ये इश्क नहीं आसां बस इतना समझ लीजिए, इक आग का दरिया है…

Uncategorized

चंदौली|| चंदौली में एक दुल्हन पिछले सात सालों से कैदी प्रेमी का इंतजार कर रही है.

वो भी उस शख्स से जो पिछले सात साल से हत्या के आरोप में जेल में है.

दोनों ने कोर्ट से शादी की अनुमति मांगी है.  कोर्ट आज तय करेगा कि शबा और शौकत एक हो पाएंगे या नहीं.

ये इश्क नहीं आसां बस इतना समझ लीजिए, इक आग का दरिया है और डूब कर जाना है शबा के लिए लेकिन ये आग का दरिया नहीं.

जेल की सलाखें हैं और कोर्ट कचहरी के तमाम चक्कर मुश्किल आग के दरिया जैसी ही है. शादी का इंतजार करते-करते सात साल बीत चुके हैं. शौकत और शबा बचपन के साथी है. शादी तय हुई तभी शौकत हत्या के एक मामले में पकड़ा गया. शबा अब भी जेल में बंद शौकत से शादी करना चाहती है. शबा का इंतजार कब खत्म होगा अब ये कानून ही तय करेगा