नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा। मोदी ने इस दौरान गिलगित और बलूचिस्तान का जिक्र भी किया जहां के लोगों ने मोदी के उस बयान का स्वागत किया है जिसमें उन्होंने यहां हो रही ज्यादतियों का सर्वदलीय बैठक में जिक्र किया था।
प्रधानमंत्री ने लाल किले से बोलते हुए पहली बार पाक के कब्जे वाले कश्मीर और बलूचिस्तान का जिक्र करते हु्ए कहा कि मैं वहां के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि ये लोग मेरी तारीफ करते हैं। मैं उन लोगों का आभारी हूं। स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा। मोदी ने इस दौरान गिलगित और बलूचिस्तान का जिक्र भी किया…
मोदी ने कहा कि पेशावर हमले के समय भारत का हर स्कूल रो रहा था। संसद की आंख में आंसू थे। भरत का हर बच्चा पेशावर के बच्चों के लिए रो रहा था। यही है हमारी मानवता। दूसरी ओर आतंकवाद को महिमामंडित करने का काम होता है। बलोचिस्तान और गिलगिट के नागरिकों ने जिस प्रकार से मुझे धन्यवाद दिया है,मेरा आभार व्यक्त किया है, दूर दूर बैठे हुए लोग, जिस धरती को मैंने देखा नहीं है लेकिन ऐसे लोग हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री का आदर करते हैं। वह मेरे सवा सौ करोड़ देशवासियों का आभार है। पाक के कब्ज़े वाले कश्मीर के लोगों का मैं तहे दिल से आभार व्यक्त करना चाहता हूं।
जाहिर है ये सरकार की रणनीति में बड़े बदलाव का भी सूचक है। अब तक कश्मीर के मुद्दे पर सफाई देने की मुद्रा में रही सरकार अब पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आजादी के लिए लड़ रहे लोगों के साथ खड़ी दिख रही है।