फर्रुखाबाद: जनपद में भारतीय जनता पार्टी का मतदाता बीते विधानसभा चुनावों में लगातार गिरा है| इसमे गिरावट क्यों आ रही है इस पर किसी की कोई टिप्पणी है| बीते दस वर्षो में जिले में विधानसभा सभा के दो चुनाव हुये जिसमे बीजेपी के मतदाताओ की गिराबट दर्ज की गयी थी|
जिले में चुनावी हवा फिर से तेज हो गयी है| जिसके चलते दावेदार अपनी गोट बिछाने में पीछे नही है| दिल्ली और लखनऊ की परिक्रमा तेज हो गयी है| जिले में दीवारो पर बाल पेंटिंग और त्योहारो की शुभकामनाये भी दी जा रही है| पूरा नगर क्षेत्र तो पोस्टरों से पटा है| लेकिन क्या वजह है कि जिले में बीजेपी के मतदाताओ का ग्राफ तेजी के साथ गिरा है? पिछले विधान सभा चुनाव में अगर केबल सदर सीट पर नजर डाले तो प्रत्याशी रहे मेजर सुनील दत्त द्विवेदी को 35514 मत मिले थे और वह चुनाव हार गये थे| इसके बाद वर्ष वर्ष 2012 में पुन: सदर सीट पर मेजर को मतदाताओ ने 32858 मत मिले| इस बार 2656 मत बीजेपी को कम मिले| और सीट फिर हार गयी|
प्रदेश में काफी लम्बे समय से बीजेपी की सरकार नही बनी| जिससे कार्यकर्ता मासूम हो गया| वही लोक सभा चुनाव से मोदी का करंट कार्यकर्ताओ के अंदर क्या गया की पुन: प्रदेश में बीजेपी नेता टिकट की जुगत में लग गये है| सदर सीट में तो इस बार टिकट के लिये मारामारी की सम्भावना है| शहर में लगे मेजर और प्रांशु के जबाबी होर्डिंग कुछ इसी तरफ इशारा कर रहे है| इस बार टिकट भी खुलकर मांगे जाने की सम्भावना हो सकती है| फ़िलहाल बीजेपी के लिये मतदाताओ की क्या स्थित हो सकती है यह तो 2017 का मतदान होने के बाद ही पता चलेगा| हालाकि लोक सभा चुनाव में मोदी लहर के चलते बीजेपी की केंद्र में सरकार बन गयी| तो क्या मोदी लहर विधानसभा चुनाव में काम करेगी? यह बड़ा सबाल लोगो के जहन में है|