फर्रुखाबाद: एक सप्ताह पूर्व आग में झुलसी विवाहिता की उपचार के दौरान मौत हो जाने के बाद पांच ससुराल जानो पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया| पुलिस ने सास और पति को हिरासत में ले लिया है|
कोतवाली कायमगंज के मोहल्ला चिलांका निवासी मो० रफीक ने कोतवाली में दर्ज कराये गये मुकदमे में कहा है की उन्होंने अपनी पुत्री शायस्ता का विवाह गढ़ी अब्दुल मजीद निवासी मेहताब पुत्र अमिरुद्दीन उर्फ चंदा के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार वर्ष 2007 में किया था| शादी के बाद से ही सुसराल वाले पुत्री को परेशान करने लगे| पुत्री से पैसे लाने का भी दबाब बनाया जाता था| जिससे वह काफी परेशान थी| 28 मार्च को ससुराल वालो ने शायस्ता के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया| मो० रफीक बताया जब वह अपनी पुत्री को लेकर ससुराल गये और समझकर शायस्ता को छोड़ गये| 6 मार्च को सुबह 6 बजे शायस्ता के पति मेहताब , ससुर अमिरुद्दीन उर्फ चंदा,देवर आफताव व अलताफ़ और सास फरजाना ने शायस्ता को जान से मारने की नियत से मिटटी का तेल डालकर आग लगा दी| जिससे शायस्ता बुरी तरह झुलस गयी|
जिसके बाद उसे उपचार के लिये आवास विकास स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती किया गया| जंहा उसकी बीते 13 अप्रैल को मौत हो गयी| पुलिस ने पांचो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है| सीओ सिटी योगेश कुमार ने बताया की महिला के पति और सास को हिरासत में लेकर जाँच की जा रही है|