फर्रुखाबाद : केंद्र सरकार के बजट में सर्राफा पर एक प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी लगाये जाने के विरोध मे उत्तर प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हडताल से इस कारोबार में काम करने वाले करीब एक लाख छोटे कर्मचारी, व्यापारी और मजदूर बेरोजगार हो गये हैं ।36 दिन से चल रही इस हडताल से इन दिहाडी कर्मचारियों और मजदूरों की आर्थिक स्थिति अब बिगडने लगी है ।
छोटे कर्मचारियों और मजदूरों का कहना है कि सर्राफा व्यापारियों की 36 दिन से चली आ रही हडताल अगर और ज्यादा खिंच गयी तो हम लोगो के सामने रोटी का संकट आ जायेगा क्याोंकि हम रोजाना कमाते खाते थे । उधर सर्राफा एसोसिएशन बिना एक्साइज ड्यूटी खत्म करवाये हडताल समाप्त करने के मूड में नही दिख रही| सरकार के कान पर जूं तक नही रेंग रही| जिससे मजबूर होकर कुछ कारीगर व दुकानदार अपने काम को चोरी छिपे शूरू भी कर चुके है|
सर्राफा एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ के मुताबिक दो मार्च से पूरे प्रदेश के सर्राफा व्यापारी हडताल पर है और यह तब तक जारी रहेगी जब तक केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी वापस नही लेती है । वह मानते है कि हडताल से अकेले फर्रुखाबाद में करीब 5 हजार छोटे दुकानदार, दिहाडी पर काम करने वाले छोटे कर्मचारी कारीगर मजदूर बेरोजगार हो गये हैं क्योंकि यह लोग रोज कमाते थे और रोज खाते थे।
एक बडे ज्वैलर्स के यहां सोने चांदी के जेवर बनाने वाले कारीगरो का कहना है कि हम तो दिहाडी पर नौकरी करते हैं और हमें 200 रूपये रोज मिलते है जिससे हमारा परिवार चलता है । लेकिन चूंकि पिछले 36 दिन से सर्राफा बाजार बंद है इसलिये हम भी बेकार हो गए हैं।
कुछ ऐसा ही दर्द बिरहाना रोड पर खडे दिहाडी कर्मचारियों इन कारीगरों का कहना था कि अगर यह हडताल एक सप्ताह और चल गयी तो हम लोगो के सामने रोटी का संकट खडा हो जायेंगा ।