फर्रुखाबाद: बीते 8 सितम्बर 2015 को हिस्ट्रीशीटर अजय पाल की हत्या हो जाने के बाद जेएनआई ने घटना वाले दिन ही हत्या के पीछे तत्कालीन शहर कोतवाल राजकुमार सिंह की हत्या करने वाले पप्पू कोरी का हाथ होने पर खबर प्रकाशित की थी| जिसके बाद पुलिस मामले की जाँच में जुट गयी थी| 22 मार्च मंगलवार को पुलिस द्वारा किये गये हत्याकांड के खुलासे में खबर पर मोहर लग गयी| पुलिस ने पुष्टि कर कहा है की कोरी ने ही सुपारी देकर हत्या कराई थी|
पुलिस अधीक्षक राजेश कृष्णा ने पत्रकारों को बताया की राजेन्द्र नाथ कटियार के ईंट भट्टे के निकट से स्वाट टीम प्रभारी ने तीनो आरोपियों मुकेश कुमार, ललित यादव, मुनीश शाक्य को दबोच लिया गया| पकड़े गये आरोपियों ने पुलिस को बताया की पप्पू कोरी जेल में है उसने हमे करके बताया की अजय पाल ने मेरी मुखबिरी कर दी थी| जिससे कोतवाल मेरे घर दबिश देने पंहुच गये थे| मैंने उन पर गोली चला दी थी| जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी मै इसी वजय से जेल में हूँ|
मेरी मुखबिरी अजय पाल ने की थी| तुम लोग अजय पाल को मार दो 50 हजार रुपये मुनीश शाक्य को दे रखे है| उसका घर अजय पाल के घर के पास में है| वह बता देगा की अजय पाल कहां सोता है| जिसके बाद तीनो ने योजना बनाकर गोली सो रहे अजय पाल के सीने में मारी जिससे उसकी मौत हो गयी|