Wednesday, December 25, 2024
spot_img
HomeFARRUKHABAD NEWS'वो हमें एक-एक कर मार रहे थे, हर तरफ लाशें थीं'

‘वो हमें एक-एक कर मार रहे थे, हर तरफ लाशें थीं’

paris45पेरिस: पेरिस के थियेटर में आतंकियों के चंगुल से एक बंधक ने अपनी पीड़ा बयान की है। घायल शख्स ने बताया कि कैसे आतंकी एक एक कर सभी की हत्या कर रहे थे।

बेंजामिन केजेनोवेस, उन लोगों में से एक है जिन्हें रॉक कॉन्सर्ट के वक्त बंधक बना लिया गया था। बेंजामिन ने सोशल मीडिया पर लिखा है, ‘मैं अभी भी बाटाक्लान में ही हूं। फर्स्ट फ्लोर पर, बुरी तरह घायल! अंदर बचे हुए लोग हैं। वो सभी को एक एक कर मार रहे हैं।’पेरिस के थियेटर में आतंकियों के चंगुल से एक बंधक ने अपनी पीड़ा बयान की है। घायल शख्स ने बताया कि कैसे आतंकी एक एक कर सभी की हत्या कर रहे थे।फेसबुक पोस्ट पर पीड़ित ने लिखा, ‘जिंदा हूं, हर तरफ लाशें बिखरी हैं…।’

रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्रांस सिक्यॉरिटी फोर्सेस ने बाटाक्लान पर कामयाबी हासिल की है। यहां लाइव कॉन्सर्ट के दौरान बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ा लिया गया है। इस ऑपरेशन में तीन आतंकियों की मौत हुई है। यह उन 6 या 7 लोगों में से हो सकते हैं जिन्होंने शुक्रवार रात पेरिस पर हमले की साजिश रची।यहां से लगभग 125 बंधकों को मुक्त कराया गया। आजाद कराए गए एक बंधक ने कहा कि आतंकी सीरिया कहकर बदला ले रहे थे। कैलिफोर्निया का रॉक बैंड द ईगल्स ऑफ डेथ मेटल का यहां कॉन्सर्ट चल रहा था। ग्रुप के फेसबुक पेज पर एक पोस्ट में लिखा गया कि ग्रुप की सुरक्षा निश्चित है।

चशमदीदों ने बताया कि आतंकी बिना मास्क के थे और उनकी उम्र 20 साल के लगभग है। ये लोग सब कार्यक्रम के बीच में घुसे और लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगे। उन लोगों ने तीन से चार बार अपनी राइफलों में बुलेट डाला और लोगों पर गोलियां बरसाने लगे।इटली के रावेना के एमिलियो माचियो उसी कैरिलन रेस्तरां में थे, जिसे हमलावरों ने निशाना बनाया था। जिस समय गोलीबारी शुरू हुई, वो फुटपाथ पर बीयर पी रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी बंदूकधारी या पीड़ित को नहीं देखा। माचियो पहले एक कोने के पीछे छिप गए और फिर भाग निकले। उन्होंने कहा कि इससे आतिशबाजी जैसी आवाजें आईं।

हमले के वक्त कंसर्ट हॉल में मौजूद फ्रांस रेडियो की रिपोर्टर जूलियन पेरसे का कहना है कि आतंकियों ने काले कपड़े पहने हुए थे और हॉल में घुसते ही उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरु कर दी। उनके हाथों में एके 47 थी और वो तकरीबन 10 से 15 मिनट तक फायरिंग ही करते रहे। इस फायरिंग से बचने के लिए लोग जमीन पर लेट गए लेकिन इस पर भी आतंकवादी नहीं रुके और उन्होंने नजदीक आकर घायलों को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। जूलियन का कहना है कि उन्होंने खुद अपनी आंखों से 20 से 25 शव फर्श पर पड़े हुए देखे थे और जितनी देर फायरिंग होती रही उतनी देर पूरे हॉल में चीख पुकार मची रही। उन्होंने बताया कि बंदूकधारियों ने लोगों को मारने के बाद किसी तरह का स्लोगन नहीं कहा। ना ही उन्होंने अल्लाह-अकबर या कुछ और कहा। वो लगातार बस लोगों को मारने की बात कर रहे थे।

एक चशमदीद ने लिब्रेशन अखबार को अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि मैं सामने ही एक गड्ढे में था जब मैंने गोलियां की आवाज सुनी तो उसने पीछे मुड़कर देखा तो एक परछाई टोपी लगाए पीछे के दरवाजे की ओर बढ़ रही थी। उसने मेरी तरफ गोली चलाई। लोग गिरना शुरू हो गए और बचने के लिए ग्रांउड की तरफ भागने लगे।

फ्रांस के एक चशमदीद ने डेली मेल को बताया कि मुझे ऐसा लगा कि मैं किसी वीडियो गेम में हूं। उसने बताया कि वो मैच के लिए 15 मिनट लेट हो गया और स्टेडियम में जाने के लिए इंतजार कर रहा था तभी उसने एक जबरदस्त धमाका सुना। उसने कहा कि हमारे सामने एक जोरदार धमाका हुआ था। पहले मुझे लगा कि यह कोई पटाखे की आवाज है। हर कोई धमाके की आवाज सुन कर रुक गया।चशमदीद ने बताया कि तीन मिनट बाद ही दूसरा धमाका हुआ। उसने कहा कि जहां वो खड़ा था उससे 15 फीट की दूरी पर दूसरा धमाका हुआ। यह बहुत तेज धमाका था मैंने इससे पहले ऐसा कुछ नहीं सुना था। मेरा दिल जोर से धड़कने लगा। हम 20 लोग थे। हम भागने लगे। मैच 15 मिनट पहले ही शुरू हुआ था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments