सांसद समर्थको पर कार्यवाही के लिये पूर्व राज्यमंत्री ने खोला मोर्चा

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rmesh shakyफर्रुखाबाद: बीते दिनों शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम धरमनगरिया निवासी मजदूर पारुल शाक्य पुत्र हरीश चन्द्र शाक्य के साथ भाजपा सांसद मुकेश राजपूत के समर्थको के द्वारा मारपीट किये जाने की घटना के बाद जनपद की शाक्य विरादरी एक जुट हो गयी है|
पीड़ित पारुल शाक्य के घर पंहुचे बहुजन समाज पार्टी के पूर्व राज्यमंत्री रमेश शाक्य ने आधा दर्जन गाँवो के शाक्य समाज के लोगो के साथ सांसद मुकेश राजपूत के खिलाफ मोर्चा बंदी करने की रणनीति बनाई| उन्होंने आर-पार की लड़ाई लड़ने का भी एलान किया| पूर्व राज्यमंत्री के साथ लगभग सभी दलों के शाक्य समाज के लोग पंहुचे| उन्होंने न्याय होने तक लड़ाई लड़ने के लिये भी मोर्चा खोलने की बात कही| पूर्व राज्य मंत्री रमेश शाक्य राष्ट्रीय सदस्य जन अधिकार मंच ने जेएनआई को फोन पर बताया कि उन्होंने अपने समाज के लोगो के साथ पीड़ित पारुल शाक्य के घर जाकर बैठक की| जिसमे कोर्ट में बयान होने के बाद पुलिस कार्यवाही के लिये सभी लोग एसपी, डीएम से भेट करेगे| यदि उसके बाद भी पुलिस कार्यवाही नही करती तो जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया जायेगा|
इस दौरान नरेन्द्र शाक्य, शिव शरण शाक्य, सुदेश शाक्य, नरेन्द्र सिंह शाक्य, ओमप्रकाश शाक्य, राहुल कुशवाह, लाला राम शाक्य, विमलेश शाक्य, नरेन्द्र सिंह आदि सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे|
क्या थी घटना देखे
एसपी को दिये गये शिकायती पत्र में कहा था कि वह अपने गांव धर्मनगरिया की एक सड़क बनाये जाने का प्रार्थना पत्र लेकर सांसद मुकेश राजपूत के आवास पर बीते दिनों उन्हें दिया था| मेरे साथ में गाँव के भी काफी लोग थे| पारुल ने आरोप लगाया कि सांसद ने मेरा प्रार्थना पत्र फाड़ कर फेंक दिया और मेरे साथ अभद्रता भी की|
घटना के सम्बन्ध में एक शिकायती पत्र पुलिस अधीक्षक को भी पांच अक्टूबर को दिया गया था| पारुल ने कहा कि उस पर भी कोई कार्यवाही नही हुई| जिसके बाद सात अक्टूबर को उसने अदालत में सांसद के खिलाफ परिवाद दर्ज करा दिया| पारुल ने कहा है कि वह मजदूरी का कार्य करता है बीते 17 अक्टूबर को जब आवास विकास से काम करके घर लौट रहा था तभी कुछ लोगो ने उसे घेर लिया और धमकी देते हुये कहा कि सासंद के खिलाफ मुकदमा लिखा रहे हो उसे वापस ले लो नही तो अच्छा नही होगा| जिसके बाद बीते दिन पारुल ने पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी को घटना के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया| जिस पर पुलिस अधीक्षक ने शहर कोतवाल को पांच दिन में मामले की जाँच कर उन्हें अवगत कराने के आदेश दिये है| बीते दिन एक बार फिर उसके साथ मारपीट की गयी|

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