फर्रुखाबाद:ग्रामसभा मसेनी में पांच मौजे लगते थे| जिनमे वाग लकूला, धर्मनगरिया, टीकावारी,नगला मसेनी,आधा गाव दीनदयाल वाग इन सभी ग्रामो में कोई भी ऐसा कार्य नही हुआ जिससे जनता खुश दिखाई दे रही हो| जब प्रधान से ग्राम सभा के विकाश के वारे में वाट की गई तो प्रधान ने अपने आप कराए कामो की सूची वताने लगे कि मैने अपनी ग्राम सभा में तकरीवन 58 गालिया बनवाई 64 नालियां,तीन बड़े नालो का निर्माण कराया 50 सौर ऊर्जा कि लाइटे पूरी ग्राम सभा में लगवाई|
लेकिन मसेनी गांव में आज भी गालिया कच्ची पड़ी हुई है| इस ग्रामसभा में 1977 में बनी सहकारी समिती की गोदाम आज सफेद हाथी बनकर रह गई क्योकि इस गोदाम को जाने के लिए कोई भी रास्ता गांव के लोगो ने नही छोड़ा जिससे कि गांव का किसान गोदाम तक जा सके जब गोदाम का रास्ता बंद हो गया तो प्रशासन ने पंचालघाट पर नई गोदाम का निर्माण करा दिया है| लेकिन प्रधान ने इस गोदाम के वारे में नही सोचा ऐसा ही हाल मसेनी ग्राम सभा के पंचायत भवन का है|
मसेनी गांव के पंचायत भवन में तीन कमरे बने हुए है| जिसमे एक कमरे में तीन साल से संजय कश्यप अपनी पत्नी के साथ रहते है| बही दो कमरो में गांव के ही संजू कटियार अपना सामन भरे हुए है| लगभग दस सालो से इस भवन में कोई भी ग्राम सभा कि बैठक नही हुई है| क्योकि यह पंचायत भवन हाइवे के किनारे बना हुआ है| इसकी जमीन बहुत ही कीमती है| जिस कारण इस भवन पर लोग अपना कब्ज़ा जमाए हुए है|इस वार के चुनाव में लकूला को नई ग्राम बना दिया गया है| इस चुनाव में मसेनी ग्राम सभा में केवल धर्मनगरिया, टीकाबारी, और आधा गांव दीनदयालबाग ही इस में जोड़ा गया है|
पांच सालो में इस गांव का कोई भी नया काम नही कराया गया जिससे यहाँ कि जनता नाराज है| चुनाव में लोग हर काम कराने का वादा करते फिर जितने के बाद भूल जाते है| इसलिए जनता इसवार के चुनाव में कोई धोखा नही खाना चाहती है| विकास के नाम पर ग्राम सभा में लाखो रूपए आता है| लेकिन अधिकारियो कि मिलीभगत से गांव का विकास नही हो पाता प्रधान पैसा वाला बन जाता है| लोगो का मानना है| कि लोग प्रधानी के चुनाव में पैसा इसलिए खर्च करते ताकि चुनाव जीतने के बाद इसी ग्राम सभा से बसूल कर सके| मसेनी से पांचाल घाट जाने वाली सड़क के दोनों तरफ मकान बने वषो बीत गए लेकिन अभी तक यहाँ विजली पोल तक नही लगवाए गए जिस कारण लोगो ने पांच सौ मीटर केवल डाल कर अपने अपने घरो तक विजली लाइन लेकर गए जिससे आए दिन कोई न कोई हादसा होता रहता है|