फर्रुखाबाद:(राजेपुर) वैसे तो जो पकड गया वह ही चोर और जो नही नही पकड़ा वह ईमानदार| जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अबैध वसूली का धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है| यह पैसा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो से पुष्टाहार देने के बदले लिया जाता है| जिसने पैसा नही दिया उसको पुष्टाहार उपलब्ध कराये जाने के नाम पर प्रताड़ित किया जाता है| पूरे जिले में करोड़ो रुपये की अबैध बसूली का खेल चल रहा है| लेकिन अधिकारियो के दबाब में कोई आंगनबाड़ी अपना मुंह खोलना नही चाहती| लेकिन जब राजेपुर के ग्राम तुसौर की आंगनबाड़ी अर्चना पाण्डेय ने हिम्मत दिखाकर सीडीपीओ के मुंह पर अबैध वसूली करने का आरोप लगाया|
राजेपुर सीडीपीओ कार्यालय में पंहुची आंगनबाडी अर्चना पाण्डेय आरोप जड़ा की कार्यालय की सुपरबाइजर इंदू, मीना कुमारी उनसे पुष्टाहार के नाम पर अबैध वसूली की जा रही है| जिसमे पुष्टाहार के उपलब्ध कराये जाने के नाम पर 700 रुपये और हाट कुक के नाम पर 1200 रुपये की अबैध वसूली की जा रही है| मजे की बात तो यह है कि खुद सीडीपीओ राकेश कुमार ने बुधवार को सुबह एक आगनबाडी से अबैध वसूली की मांग की| जिससे माहौल गर्म हो गया| उधर अर्चना पाण्डेय ने मिडिया को सीडीपीओ के भ्रष्टाचार को उजागर किया| मिडिया में मामला आने के बाद कार्यालय में हडकंप मच गया|
बताते चले की राजेपुर क्षेत्र में लगभग 155 आंगनबाड़ी कार्यकत्री तैनात है| जिनसे यह बसूली का गोरख धंधा चल रहा है| प्रति वर्ष तकरीबन 40 लाख रुपये की काली कमाई हो रही है| वही प्रतिमाह भी लाखो का चढावा आँगनबाड़ी कार्यकत्रियो को देना पड़ रहा है| मिडिया कर्मियों के पूछने पर सीडीपीओ ने दबी जबान से कहा की पैसा ऊपर भी तो जाता है| सरकारी अफसर अपनी भ्रष्टाचार की निति के चलते जनता को परेशान करने से बाज नही आ रहे|
इस सम्बन्ध में सीडीपीओ राकेश मिश्रा ने बताया कि मिल बैठ कर बात करते है| कोई अबैध बसूली नही कर रहा|
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