फर्रुखाबाद|| सामूहिक विवाह समारोह के आयोजक को गुमराह कर संपन्न पिता ने पुत्री की शादी के नाम पर गरीब कन्याओं को मिलने वाला दहेज का सामान तथा समाज कल्याण विभाग से शादी अनुदान हड़प लिया।
निर्धन वर्ग की कन्याओं हेतु 18 दिसंबर को हुए सामूहिक विवाह समारोह के आयोजक पालिका अध्यक्ष मनोज अग्रवाल को गुमराह कर एक व्यक्ति ने अपने को गरीब बताते हुए अपनी पुत्री के विवाह का रजिस्ट्रेशन करा दिया तथा निश्चित तिथि पर शादी सम्पन्न भी हो गयी। उसने आयोजक की ओर से गरीब कन्याओं को दिया गया उपहार स्वरूप दहेज का सामान तथा समाज कल्याण विभाग से विवाह अनुदान की मिली 10 हजार रुपये की चेक भी प्राप्त कर ली।
मामले का खुलासा होने पर बहादुरगंज तराई निवासी राजेंद्र श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी को शिकायतीपत्र भेजकर धोखाधड़ी के इस मामले की जांच कराने तथा गरीबों का हक मारकर हड़पा गया दहेज का सामान व शादी अनुदान की चेक वापस जमा कराने की मांग की है। आरोप लगाया गया कि अपने को गरीब बताने वाले पिता के चार पुत्र कमाने वाले हैं तथा खुद भी अच्छा कमाता है।
उसने अपनी इस पुत्री की शादी रुदायन में तय की थी तथा तिलक में हीरोहांडा मोटरसाइकिल व दहेज का अन्य सामान पहले ही दे दिया था। 18 दिसंबर को जहां पुत्री की शादी सामूहिक विवाह समारोह के मंडप में संपन्न करायी वहीं उसी दिन आवास विकास स्थित अपने रिश्तेदार के यहां शादी के उपलक्ष्य में हजारों रुपये खर्च कर प्रीतिभोज का आयोजन किया था। उन्होंने ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।