सेन होजे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कैलिफोर्निया के सैन जोस में दुनिया की दिग्ग्रुा आईटी कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात कर उन्हें भारत की डिजिटल इंडिया मुहिम में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया डिनर कार्यक्रम में आमंत्रित गगूल, माइक्रोसॉप्ट, एप्पल और क्वैलकॉम समेत दूसरी बड़ी कंपनियों के सीईओ को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अब तकनीक के सहारे गरीबी के खिलाफ लड़ रहा है।
भारत में आज मोबाइल फोन गांव गांव तक पहुंच गया है यहां तक कि आदिवासी इलाकों में महिलाएं तक डाउनलोड जैसे शब्दों से वाकिफ हैं। यही नहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य 5 लाख गावों तक तकनीकी शिक्षा पहुंचाना है। पीएम मोदी ने कहा कि अब उनकी सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा पारदर्शिता लाना है जो कि तकनीक के सहारे ही संभव है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब ई-गवर्नेंस से आगे बढ़कर उनकी कोशिश एम गवर्नेंस लाने की है क्योंकि आज देश के हर व्यक्ति और खासतौर पर युवा के पास मोबाइल है और एम गवर्नेंस से हम सरकार की नीतियां और योजनाएं सीधे और कम समय में जनता तक पहुंचा सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज मोबाइल तकनीक इतनी प्रचलित हो गई है कि देश के किसान भी वॉट्सअप पर खेती की तकनीक एक दूसरे तक पहुंचा रहे हैं। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया के बढ़ते महत्व के बारे में कहा कि भारत में आज की तारीख में ट्विटर नया रिपोर्टर हो गया है। पीएम मोदी ने साथ ही ये भी कहा की फेसबुक पर ऑनलाइन होना या नहीं होना स्टेटस सिंबल बन गया है।मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने नेटवर्क की ताकत और मोबाइल फोन के इस्तेमाल से गरीबी पर जोरदार प्रहार किया है। मेरी सरकार जब से कामकाज संभाला है, हमने सशक्तिकरण के एक नए युग का प्रारंभ करने के लिए नेटवर्क की ताकत और मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर गरीबी पर प्रहार किया है।
उन्होंने कहा, कि मैं तकनीक को सशक्तिकरण और उम्मीद एवं अवसर के बीच की खाई पाटने के मुख्य साधन एवं हथियार के रूप में देखता हूं। मोदी ने कहा, इस डिजिटल युग में हमारे पास लोगों के जीवन को वैसा बनाने का एक अवसर है, जिसकी कुछ दशकों पहले कल्पना करनी मुश्किल थी।पीएम ने कहा कि अब यह चीज मायने नहीं रखती है कि आप सोए हुए हैं या जागे हुए हैं, बल्कि आप ऑनलाइन हैं या ऑफलाइन, यह मायने रखती है।