कर्ज में डूबा एक और किसान फांसी पर झूला

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deshraj-singhफर्रुखाबाद:(कमालगंज) सरकार की तरफ टकटकी लगाये किसान को आखिर जब खराब फसल का मुआवजा ना मिलने का भरोसा हो गया तो रविवार दोपहर उसने आम के पेड़ में फांसी लगाकर हत्याकर ली| पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया|
थाना क्षेत्र के ग्राम मकरंदनगर बसाहा निवासी 65 वर्षीय देशराज सिंह के पास 14 बीघा जमीन है जिसमे उसने 10 बीघा जमीन में आलू और तीन बीघा जमीन में गेंहू बोया था| आलू सस्ता होने के कारण उसने आलू का ढेर खेत में ही लगा दिया| दो दिन पूर्व ही वह आलू बेचने कानपुर गया था| लेकिन आलू सस्ता होने के कारण वह छोड़कर चला आया| तीन बीघा खेत में बोयी गयी गेंहू की फसल भी खराब हो गयी| उसने बैंक से ग्रामीण बैंक रजीपुर से 2 लाख रुपये का कर्ज भी ले रखा था| बैंक वाले भी आये दिन उसे परेशान करते थे|
चारो तरफ परेशान किसान देशराज सिंह ने सुबह खाना खाया और अपने घर से कुर्सी लेकर बाहर आया| घर वाले यह समझते रहे की वह बाहर बैठने जा रहे है| देशराज ने घर से कुछ दूर आम के पेड़ की डाल में अपनी लुंगी से कुर्सी पर चढ़कर फांसी लगा ली|
घटना की सूचना परिजनों को हुई तो परिजनों ने उसे नीचे उतारा तबतक उसकी मौत हो चुकी थी| मौके पर पंहुचे नायव तहसीलदार चूडामणि व लेखपाल रामनरेश पाठक ने मौके पर उसके नुकसान का आंकलन किया| दरोगा आर के सिंह ने पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया|

अमृतपुर:गांव पिथनापुर निवासी आनंद कुमार(40) के पास करीब 15 बीघा भूमि है। उन्होंने 10 बीघा खेत में गेहूं की फसल बोई थी। बेमौसम हुई बरसात से फसल खराब हो गई। आठ दिन पूर्व उन्होंने गेहूं की थ्रे¨सग कराई, जिसमें नौ ¨क्वटल गेहूं निकला। उन्होंने आर्यावर्त ग्रामीण बैंक राजपुर से दो लाख रुपये किसान क्रेडिट कार्ड पर लिया था। उत्पादन कम होने से बैंक का ऋण अदा करने की चिंता में आनंद की तबियत खराब हो गई। परिजनों ने उन्हें फर्रुखाबाद नर्सिंग होम में भर्ती कराया, हालत बिगड़ने पर आगरा रिफर कर दिया गया। ग्रामीणों से कर्ज लेकर इलाज कराया। रुपये खत्म हो जाने पर उन्हें शनिवार को घर ले आए। रविवार सुबह आनंद की मौत हो गई। जिससे घर में कोहराम मच गया। – See more at: