लखनऊ:बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भारत रत्न देने की मांग की है। डॉ. अम्बेडकर की 124वीं जयंती पर मायावती ने आज लखनऊ के अम्बेडकर पार्क में एक जनसभा को भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र में कांग्रेस तथा भाजपा की सरकार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भारत रत्न न देकर दलितों तथा पिछड़ों के प्रति अपनी सोच उजाकर कर दी है। कांग्रेस व बीजेपी ने कांशीराम को भारतरत्न नही दिया। हमने कांग्रेस की तमाम सरकारों से अनुरोध करने के साथ ही अटल सरकार से भी डॉ. अम्बेडकर को भारत रत्न देने की मांग की थी। अब भारतीय जनता पार्टी दलितों का वोट पाने को तमाम योजनाएं बना रही है। इन दोनों पार्टियों ने देश के दलित तथा पिछड़ों को सिर्फ वोट बैंक माना है। बाबा साहब ने देश के संविधान का निर्माण किया था। इसके बाद भी कांग्रेस से उनका कहीं पर भी साथ नहीं दिया।
मायावती ने कहा कि भाजपा भी बाबा साहब के सम्मान का जमकर विरोध करती है। मायावती ने कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगो को आरक्षण मिलना चाहिये। केंद्र में सत्ता में रहीं सभी पार्टियां अब तो पिछड़ों को लुभाने के लिए कई पार्टियां नाटक कर रही हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों व पिछड़ो के मसीहा बाबा साहब अंबेडकर को उनके जन्मदिन पर मेरी तहे दिल से श्रद्धांजलि है। लखनऊ के अंबेडकर पार्क में बीएसपी सुप्रीमो मायावती के शक्ति प्रदर्शन के दौरान पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा तथा बृजेश पाठक भी मौजूद थे।
बसपा का मिशन-2017 फतेह
उत्तर प्रदेश में विधानसभा 2017 में जीत दर्ज करने की तैयारी में जुटी बहुजन समाज पार्टी अंबेडकर जयंती धूमधाम से मना रही है। मुख्य कार्यक्रम लखनऊ के डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, गोमतीनगर में हो रहा है। अंबेडकर की 124वीं जयंती पर राजधानी में हो रहे मुख्य कार्यक्रम में प्रदेशभर से बसपाई भी जुटे हैं। प्रमुख पदाधिकारियों को पहले ही निर्देश दिए गये थे। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से कम से कम एक-एक बस से विधानसभा स्तर तक के पदाधिकारियों व सक्रिय कार्यकर्ताओं को यहां लाया जाए। बसपा प्रमुख का लक्ष्य राज्य की सपा सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उनकी गलत नीतियों व कामों के बारे में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को बताना भी है।
सीएम अखिलेश ने भी खेला दांव
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज विधानसभा के सामने अंबेडकर महासभा के कार्यालय के साथ ही विधानसभा प्रांगण में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया। इसके बाद उन्होंने डॉ. अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस छह दिसंबर पर राजकीय अवकाश भी घोषणा भी की।