सोना तीन साल के निचले स्तर पर

FARRUKHABAD NEWS

gold jwaileryनई दिल्ली। मजबूत होते डॉलर के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमती धातुएं गिरावट का शिकार हो गई हैं। घरेलू स्तर मांग की सुस्ती से भी सोने और चांदी की चमक पर ग्रहण लग गया है। ऐसे माहौल में स्थानीय सराफा बाजार में बुधवार को पीली धातु 450 रुपये लुढ़ककर छब्बीस हजार से नीचे आ गई। इस दिन यह धातु तीन साल के निचले स्तर 25 हजार 900 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुई।

आभूषण वाले सोने के भाव भी 450 रुपये फिसल 25 हजार 700 रुपये प्रति दस ग्राम रहे। वायदा बाजार में इसकी और भी दुर्गति हुई। देश के दिग्गज कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स पर दस ग्राम सोने की कीमत दो फीसद से ज्यादा की गिरावट के साथ 25 हजार 433 रुपये रही। आठ ग्राम वाली गिन्नी भी 100 रुपये टूटकर 23 हजार 600 रुपये हो गई।

राष्ट्रीय राजधानी के सराफा बाजार में चांदी का भी यही हाल रहा। इस दिन यह सफेद धातु 900 रुपये का गोता लगाकर 35 हजार 50 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। इसी तरह चांदी सिक्का 2000 रुपये लुढ़ककर 57000-58000 रुपये प्रति सैकड़ा हो गया। इसी तरह चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 1210 रुपये गंवाकर 34 हजार 730 रुपये प्रति किलो बोली गई।

क्यों आ रही गिरावट

सोने और चांदी के दामों में गिरावट के लिए मुख्य रूप से विदेशी कारण जिम्मेदार हैं। अमेरिकी डॉलर अन्य मुद्राओं के मुकाबले लगातार मजबूत हो रहा है। इसके साथ ही दुनिया भर के शेयर बाजारों में तेजी का माहौल है। इन दोनों वजहों से निवेशक ज्यादा सुरक्षित निवेश ठिकाने के रूप में कीमती धातुओं को खरीदने की बजाय ज्यादा रिटर्न को तरजीह दे रहे हैं। नतीजतन सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग घटी है। इससे सिंगापुर के बाजार में सोना 1.9 फीसद गिरकर करीब साढ़े चार साल के निम्नतम 1146.34 डॉलर प्रति औंस हो गया। चांदी भी 3.4 फीसद घटकर 15.48 डॉलर प्रति औंस पर आ गई। विदेश में इस मंदे को देखते हुए घरेलू खरीददारों ने भी सोने-चांदी के दामों में और गिरावट की उम्मीद में सराफा बाजार से दूरी बना ली है।
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