सरकारी दामाद बिना ड्राइविंग लाइसेंस के दौड़ा रहे बसें

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कानपुर|| रोडवेज बस के चालक अपने आपको सरकारी दामाद से कम नहीं समझते, यही वजह है कि उनके लिए सारे नियम कानून ताक पर हैं। वे मन मर्जी से माल की ढुलाई तो कर ही रहे हैं, कई ऐसे हैं, जिनके पास ड्राइविंग लाइसेंस तक नहीं है। रविवार को झकरकटी में जांच अभियान चलाकर बिना बुक माल लादने और ड्राइविंग लाइसेंस न होने पर आधा दर्जन बसों पर जुर्माना किया गया। उनके सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को भी इसकी जानकारी दी।

झकरकटी बस अड्डे पर दो दिन पहले ही नये सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक मोहम्मद इलियास ने चार्ज संभाला है। रविवार को अचानक सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने स्टेशन इंचार्ज अंबादत्त त्रिपाठी के साथ बसअड्डे पर चेकिंग अभियान चलाया तो वे दंग रह गये। सबसे पहले चेकिंग की गिरफ्त में आयी राठ डिपो की बस संख्या यूपी 93 टी 0287।

इसमें बिना बुक माल लदा था,कई शीशे टूटे थे, बस नो पार्किंग में थी और चालक के पास लाइसेंस नहीं था। बस चालक व परिचालक से 500 रुपये जुर्माना वसूला गया व राठ डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एससी संखवार को बस की स्थिति से अवगत कराया गया। आगरा जा रही फजलगंज डिपो की बस यूपी78 बीएन 7726 की छत टपकती मिली, साइड के 5 शीशे नहीं थे और नो पार्किग में खड़ी थी। बस चालक से 500 रु जुर्माना लिया गया।

झांसी डिपो की बस यूपी 93 टी 0615, फजलगंज डिपो की बस यूपी 78 बीटी, 6095, इटावा डिपो की बस यूपी 75, 1173, आजाद नगर डिपो की बस के चालक और परिचालक के 500-500 रुपये जुर्माना वसूला गया।