राजनीति में ऊंट कब किस करवट बैठ जाए पता नहीं| उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के चंद दिन रह गए है और सदस्यों की खरीद फरोख्त का बाजार उबाल मार रहा है| अध्यक्ष की कुर्सी हथियाने के लिए अब तक जो आफर सदस्यों को वोट देने के लिए दिए गए हैं उसमे सबसे बड़ा आफर बुलंदशहर और गाजियाबाद का है| सूत्रों से प्राप्त खबर के अनुसार यहाँ एक वोट के बदले 50 लाख नगदी के साथ नॉएडा में 55 लाख कीमत का फ्लैट का आफर हुआ है| प्रदेश में टाटा और महिंद्रा कम्पनियों ने भी सफारी और जायलो जैसी कीमती कारो की भारी बिक्री की उम्मीद इन्ही कर्णधारो के सहारे लगा ली है|
कौन बनेगा “राजा”
कानपुर, मेरठ, इलाहाबाद में ये आफर 50 लाख को पार कर चुका है| आखिर जिला पंचायत के पिटारे में ऐसा क्या है जो इतनी कीमत लग चुकी है| क्या इतनी कीमत चुकाने के बाद आप गद्दी पर आसीन हुए अध्यक्षों से ईमानदारी की उम्मीद करेंगे| जाहिर है ये देश के छोटे राजा बनने के लिए तैयार है वहां १ लाख ७६ हजार करोड़ का चूना राजा लगा गए, यहाँ ये राजा कई करोडो का चूना लगायेंगे|
उत्तर प्रदेश में अगले एक सप्ताह तक हर मंत्री अपने मंत्रालय के कामकाज की जगह जिला पंचायत अध्यक्ष बनबाने के लिए लाल बत्ती वाली सरकारी गाडियो में जनता की गाढ़ी कमाई का पेट्रोल भर कर प्रदेश भर में वोट जुगाड़ते घूमते नजर आयेंगे|
टोकन मणि लेने को तैयार नहीं
फरुखाबाद में भी सत्तारूढ़ दल के सभी विधायक और मंत्री अनंत कुमार मिश्र भी अपनी पार्टी के प्रत्याशी तहसीन के लिए लालटेन में तेल डाल कर वोट का जुगाड़ कर रहे है| कहीं बिरादरी का वास्ता तो कहीं मलाईदार आफर| कोई अपने पास तीन सदस्य बता रहा तो कोई चार| ये तो वक़्त ही बताएगा जब जादूई मतपेटी खुलेगी, तब ही पता चलेगा किसके पास कितने वोट थे| जहाँ तक जेएनआई के सूत्रों के हवाले से खबर है तो फिलहाल फर्रुखाबाद में आफर तो 25 लाख से खुला था मगर अभी तक इस रकम की बानगी किसी ने नहीं ली है| जाहिर है सदस्य मुह पर ताला लगाये हर किसी को वोट देने की हामी भर रहे है|
पैसे के साथ मुद्दा भी चलेगा यहाँ
चौकाने वाली बात ये बिलकुल भी नहीं है कि फर्रुखाबाद में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव हिन्दू मुस्लिम में विभाजित होता भी दिख रहा है| बहुजन समाज पार्टी ने कमालगंज के बसपा विधायक ताहिर हुसैन सिद्दकी के भाई तहसीन सिद्दकी को चुनाव मैदान में उतारा है| पंचायत चुनाव के पहले चरण में कमालगंज में जमकर हुई हिंसा के बाद कई सदस्य दबी जुबान से दबंगई से डरे हुए भी नजर आते है| अध्यक्ष सीधा साधा व् इमानदार हो या दबंग ये मामला भी चुनाव में अहम् मुद्दा नजर आ रहा है|
शिक्षाविद से नेतागिरी की ओर
उधर जिले में शिक्षा कारोबार में सबसे बड़ी हैसियत रखने वाले बाबू सिंह यादव ने अपने परिवार की बहु एवं डॉ अनार सिंह की पत्नी डॉ अनीता यादव को मैदान में उतारने का एलान किया है तो तीसरे प्रत्याशी के तौर पर सपा विधायक नरेन्द्र सिंह के परिवार की महिला चुनाव मैदान में उतरेंगी| डॉ अनीता के लिए वोट का जुगाड़ करने में जिला पंचायत के माहिर खिलाडी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मुकेश राजपूत एडी चोटी का जोर लगाये है| वैसे मुकाबले के अंतिम दौर में सीधी टक्कर में तहसीन और डॉ अनीता ही नजर आने वाली है|