क्या एम्बुलेंस भी वीवीआईपी होती है?

Uncategorized

फर्रुखाबाद: वीवीआईपी एम्बुलेंस आम जनता के लिए भी है कि नहीं को लेकर विवाद छिड़ गया है| अपर पुलिस अधीक्षक बीके मिश्र ने आज सायं नगर के मोहल्ला रकाबगंज नासिर के हाथे में मुहर्रम की तैयारी को लेकर आम लोगों के साथ बैठक की|

उन्होंने बताया कि सरकार ने आम जनता के उपयोग के लिए यूपी ३२ बीजे १८६२ एम्बुलेंस उपलब्ध कराई है| जिसके ड्राईवर का नाम सुनील है ड्राईवर का मोबाइल नंबर 9453301133 है| इस एम्बुलेंस को कोई भी आम व्यक्ति दुर्घटना, दैवीय आपदा आदि मुसीबत के समय प्रयोग कर सकता है| फोन करने पर एम्बुलेंस को मंगाया जा सकता है|

अपर पुलिस अधीक्षक ने एसओ कमरूल हसन को निर्देश दिया कि वह ताजिया निकालने में वाधक पेंड़ो को कटवा दें| कोई व्यक्ति नया ताजिया न निकाले जिससे कोई परेशानी हो| उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने बिजली विभाग को निर्देश दिया है कि वह खुले स्थानों पर रखे ट्रान्सफार्मर की फैंसिंग करा दें| इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट हरिशंकर, सीओ सिटी डीके सिसोदिया, सभासद असलम शेर खां, नौसाद, सुरेन्द्र यादव, नासिर अली आदि मौजूद रहे|
असफर से बड़े है स्वस्थ्य विभाग के कर्मचारी
ये फर्रुखाबाद है यहाँ स्वस्थ्य विभाग को बाबु और चपरासी चलाते है ये बात पिछले दिनों घोटालों में खुल चुकी है मगर सबसे अफ़सोसनाक बात ये है कि स्वास्थ्य विभाग की जानकारी पर अपर पुलिस अधीक्षक ने जनता को एम्बुलेंस उपलब्ध कराने की बात तो ये बात शायद स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को नहीं पच पाई| एम्बुलेंस के चालक सुनील ने बताया कि यह करीब 4 वर्ष पुरानी वीवीआईपी एम्बुलेंस है और वो किसी भी व्यक्ति के कहने पर एम्बुलेंस को नहीं ले जायेगा| मुझे किसी अधिकारी ने नहीं कहा है कि मै एम्बुलेंस आम व्यक्ति को उपलब्ध कराऊँ|
वीवीआईपी के पीछे मुफ्त में भागती एम्बुलेंस जनता को भुगतान करने पर मिलेगी
उधर देर रात जिले के जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने फ़ोन पर जेएनआई को बताया कि सभी एम्बुलेंस जनता के लिए उपलब्ध है इस बात का आदेश भी सभी ड्राइवर को दे दिया जायेगा और ये सेवाएं भुगतान पर उपलब्ध होंगी|