फर्रुखाबाद: पुलिस अधीक्षक कार्यालय के निकट पुतला फूंक कर अखिल भारतीय विधार्थी परिषद ने पुलिस को खुली चुनौती दे डाली| मुख्यमंत्री का पुतला फूंके जाने की खबर पर पुलिस प्रशासन में हडकंप मचा है| वही सपा नेताओ ने इस पर घोर आलोचना की है| सपा ने कहा है की पुलिस की इस लापरवाही के खिलाफ शासन को लिखा जायेगा|
मंगलवार दोपहर अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ ने फतेहगढ़ पुलिस आफिस के निकट तिराहे पर सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूंक दिया| संगठन ने आरोप लगाया की एक के बाद एक बलात्कार की घटनाये बढती जा रही है| पुलिस प्रदेश सरकार से मिलकर घटना की रिपोर्ट को बदल कर दोषियों को बचाने व निर्दोष को फसाने में लगी है| संगठन ने लखनऊ के महाराजगंज की घटना को इसका उदाहरण देते हुये की जिस महिला के साथ बलात्कार हुआ उसके ऊपर से बस्त्र हटाकर पुलिस के आलाअधिकारी फोटो खीचा रहे थे| जो यू पी पुलिस का नारी के प्रति सम्मान प्रदर्शित करता है| उन्होंने मांग की है सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाये|
नारेवाजी के साथ संगठन ने कलेक्ट्रेट तिराहे पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला जला दिया| चंद कदमो की दुरी पर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के कार्यालय है| मौके पर कुछ पुलिस कर्मी भी खड़े थे जिन्होंने पुतला फुकने के दौरान अपना मुह फेर लिया|
विधार्थी परिषद के माध्यम से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूंके जाने पर सपा ने कड़ा विरोध जताया है| सपा जिलाध्यक्ष रामसेवक यादव ने कहा है की इस घटना में पुलिस की कार्यप्रणाली ठीक नही है वह पुलिस के खिलाफ शासन को लिखेगे| उन्होंने कहा है की यदि संगठन के लोगो को पुतला फूंकना था तो पहले अधिकारियो को अवगत कराना चाहिए था| पुतला फूंकने वालो के खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए| सपा के प्रभारी महा सचिव मुन्ना यादव ने भी इसका कड़ा विरोध किया है उन्होंने कहा है की पुलिस कार्यवाही करे|
इस सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक रामभुवन चौरसिया ने बताया की मामले के जाँच करायी जा रही है दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी|
पुतला फुकने वालो में प्रदेश सह मंत्री अभिषेक त्रिवेदी, नगर मंत्री रानू दीक्षित, रूद्रप्रताप सिंह, रजत कटियार, राजीव सिंह चौहान, शरद कटियार, शशंक शेखर मिश्रा, शरद शुक्ला, राजीव वर्मा, अमित दुबे, मो0 शकील खान, रिक्की राठौर आदि लोग मौजूद रहे|