फर्रुखाबाद: जब वह सडको पर चलता है तो लोग रास्ता बदल देते है| क्यों की उसे अपने सामने से गुजरना अच्छा नही लगता| उसकी आवाज से बच्चे डर जाते है| अभी तक मोहल्ले के ही कई लोगो को चुटहिल कर चूका है वह खूंखार सांड| नगर पालिका व सभासद का ध्यान इस ओर नही है लेकिन सांड की दहशत से लोग परेशान है| नागरिको का पालिका के प्रति आक्रोश है| सोमवार को सांड ने आवास विकास में फिर से एक बार अपना आतंक मचाया जिससे लोग परेशान रहे|
शहर के आवास विकास मोहल्ले में बीते कई दिनों से एक आवारा सांड अपनी दहशत कायम किये है लेकिन कोई सुनने वाला नही| उसका आकार देखकरसम्बंधित विभाग के कर्मचारी कन्नी काटने लगते है| बताते चले शहर में आवारा जानवरो को पकड़ने के लिए बीते कई दिनों से हिन्दू महा सभा ने भी नगर पालिका के खिलाफ आवारा जानवर पकड़े के लिए अभियान चला रखा है| काफी प्रयास के बाद नगर पालिका ने एक छोटा हाथी शहर के बड़े बड़े सांड पकड़ने के लिए मंगाया है| लेकिन आवास विकास के घूम रहे इस सांड को पकड़ने के लिए शायद पालिका के पास कोई रास्ता नही है| और यदि है तो अपनी जान को कोई जोखिम में डालना नही चाहता| पालिका की जानवर पकड़ने की गाड़ी से इसका शरीर दो गुना है|
फ़िलहाल सांड की दहशत से लोगो ने घरो के बाहर बच्चों का निकलना तक बंद कर दिया है| उसके आकार को देखते ही कोई उसके सामने जाने की हिम्मत तक नही जुटा पाता|
अब देखना यह है की नगर पालिका इस जानलेवा समस्या से निपटने के लिए क्या करती है| लाखो रुपये खर्च कर जनता को आबारा पशुओ से निजात दिलाने के लिए मंगायी गयी टाटा मैजिक( छोटा हाथी) फ़िलहाल तो सफेद हाथी बन गया है|