फर्रुखाबाद : आग से झुलसी विकलांग महिला की लोहिया अस्पताल में रविवार रात मौत हो गई महिला लगभग डेढ़ माह पूर्व गैस पर खाना बनाते समय झुलस गयी थी | शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखा दिया गया था लेकिन जब शव को पंचनामा भरने हेतु बाहर निकला गया तो नाक का फूल गायब होने पर परिजनों ने पंचनामा के दौरान हंगामा किया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।
पडोसी जनपद के मैनपुरी थाना किशनी के गांव धमियांपुर निवासी रजनी (30) को रविवार दोपहर उसके पति निर्दोष ने गंभीर रूप से झुलसी हालत में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था। बताया कि लगभग डेढ़ माह पूर्व गैस पर खाना बनाते समय रजनी के कपड़ों में आग लग गई थी। दोनों पैरों से विकलांग होने से वह भाग नहीं सकी। चीखपुकार पर जब तक परिजनों व पड़ोसियों ने आग बुझाई तब तक वह काफी झुलस गई थी। कुसमरा में निजी चिकित्सक से उसका इलाज होता रहा। हालत बिगड़ने पर लोहिया अस्पताल लाये। अस्पताल में उपचार के दौरान रविवार देर रात उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने शव मोर्चरी में रखकर शहर कोतवाली को सूचना दी।
सोमवार दोपहर को पुलिस के अस्पताल पहुंचने पर रजनी का शव मोर्चरी से निकलवाया गया। शव से नाक से फूल गायब देख रजनी के भाई शैलेश व पति निर्दोष ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि रजनी की मौत के बाद जब शव मोर्चरी में रखवाया गया था तब उसकी नाक में सोने का फूल था जो किसी ने निकाल लिया है। बाद में समझाने पर मामला शांत हो गया। रजनी के भाई शैलेश ने बताया कि उसके बहनोई निर्दोष मूल रूप से कन्नौज थाना इंदरगढ़ के गांव चंदुआहार निवासी हैं। वे रजनी के साथ उसके मायके धमियांपुर में रहने लगे थे। रजनी के एक चार चार वर्ष की पुत्री है।