फर्रुखाबाद: होली के मौको पर आयोजित हुए होली मिलन समारोहो के नाम पर जमकर सियासत हुई| सियासी दलो के फाइनेंस से आयोजित कार्यक्रमो में नेताओ ने जनता से आशीर्वाद माँगा| आचार संहिता की घोषणा के बाद चुनावी मौसम में प्रत्याशियो को जीत और वोट के आशीर्वाद के आलावा और कौन सा आशीर्वाद चाहिए होता है ये समझने की बात है| जहानगंज में मुकेश राजपूत ने तो मोहमदाबाद और नगर में जयवीर सिंह भी आशीर्वाद मांगते दिखे| नगला खैरबंद में तो शाक्य समाज का होली मिलन भाजपा के विरोध के सम्मेलन में बदलता दिखाई पड़ा|
नगर के खडियाई मोहल्ले में सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन में आयोजक बसपाई अजीत पाण्डेय और अरुण त्रिवेदी ने स्व ब्रह्मदत्त को याद कर परिवर्तन की बात कही| बार बार कार्यक्रम गैर राजनैतिक होने की सफाई देते हुए इशारा मुकेश राजपूत को वोट न देने का करते नजर आये| इस कार्यक्रम में रामबक्श वर्मा, मुकेश राजपूत और प्रांशु दत्त द्विवेदी के चले जाने के काफी देर बाद बसपा के नेता कार्यक्रम में पहुचे| कई संतो को भी कार्यक्रम गैरराजनैतिक कार्यक्रम बताकर बुलाया गया था| बसपा के पूर्व मंत्री अनंत कुमार मिश्रा और बसपा प्रत्याशी जयवीर सिंह ने फर्रुखाबाद में परिवर्तन की जरुरत बताते हुए जनता के विभिन्न वर्गों से आशीर्वाद की मांग की| उन्होंने कहा कि फर्रुखाबाद में सामाजिक समरसता की कमी है| कार्यक्रम को गिरीश चन्द्र द्विवेदी, बसपा नेता महेंद्र सिंह कटियार और राजेश अग्निहोत्री ने भी सम्बोधित किया|
कार्यक्रम को अजीत पाण्डेय, अरुण त्रिवेदी, देवेश अग्निहोत्री, राजीव आदि युवाओ ने आयोजित कराया था| सूत्रो के अनुसार आयोजन का फाइनेंस बसपा खेमे से किया गया था| कार्यक्रम में गंगापार अमृतपुर क्षेत्र से लोग बुलाये गए थे|
जब रिटायर शिक्षक ने अंटू को आड़े हाथो लिया-
कार्यक्रम में अन्नत कुमार मिश्रा ने जब गंगानगर निवासी रिटायर शिक्षक रामलखन त्रिपाठी को देखा तो आगे बारह कर उनके पैर छोकर आशीर्वाद माँगा| जिस पर श्री त्रिपाठी ने अन्नत कुमार मिश्रा को आड़े हाथो लेते हुए कहा अब तो पहचान रहे हो मगर जब चुनाव जीत गए थे और उसके बाद वे उनसे मिलने पहुचे थे तब पहचानने से भी इंकार कर दिया था| इस पर अनंत कुमार मिश्रा शर्मिंदा होते नजर आये|