2009 लोकसभा चुनाव में बसपा ने गुंडा प्रत्याशी लड़ाया था- बसपा प्रत्याशी

Uncategorized

फर्रुखाबाद: राजनीति में नेता का चाल चरित्र और चेहरा क्या है इसकी व्याख्या जनता को नहीं करनी पड़ती, ये काम भी उनके साथी ही कर देते है| नेता तो जनता से कभी ये पूछते ही नहीं कि उन्हें वे कैसे लगते है? वे तो मंच माला और माइक के सहारे जिंदगी काट देना पसंद करते है| चमचो (झूठी तारीफ करने वाले) से घिरे नेता कभी हकीकत नहीं जानते कि जनता उन्हें किस चश्मे से देख रही है| आजकल चुनावो का दौर है नेताओ की पोल पट्टी और औकाद नेता ही दिखा रहे है| ये बाद अलग कि हमाम में सब नंगे है| कमालगंज में मुस्लिम वोटो को साधने गए बसपा प्रत्याशी ठाकुर जयवीर सिंह ने कहा कि फर्रुखाबाद में गुंडों की जरुरत नहीं| पिछले 2009 लोकसभा के चुनावो में हरदोई से एक ऐसा ही प्रत्याशी आया था जिसे यहाँ की जनता ने हरा दिया|
Election Jaiveer
ठाकुर जयवीर सिंह कमालगंज के जरारी गाव की सभा में क्या साबित करना चाहते है कि वे बहुत पाक साफ़ है| या फिर ये कि उनके भी साथी गुंडे रहे है?या फिर ये कि वे बड़े ही भले आदमी है और उन्हें वोट दे दिया जाए? या फिर ये कि दूसरे गुंडे है| क्या साबित करना चाहते है| पिछले 2009 के चुनाव में नरेश अग्रवाल फर्रुखाबाद लोकसभा के प्रत्याशी थे और बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़े थे| बसपा में गुंडे को स्थान मिलता है ये बात ठाकुर जयवीर सिंह खुद ही कह गए| फिर जनता ऐसी पार्टी को वोट क्यों दे जो गुंडों को चुनाव लड़ने के लिए भेज देती है| वर्तमान में नरेश अग्रवाल समाजवादी पार्टी में महासचिव के पद पर है| अब देखना ये होगा की समाजवादी पार्टी के महासचिव को गुंडा कहने का जबाब समाजवादी पार्टी क्या देती है|

[bannergarden id=”8″]
कमालगंज के जरारी गाव की जनसभा में पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी द्वारा जुटाई गई भीड़ में जयवीर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए जाति और धर्म आधारित वोट मांगते है| वे कहते है कि उनके पास एससी वोट है, ठाकुर वोट है और मुसलमान भाइयो का उन्हें आशीर्वाद मिल जाए तो उन्हें जीतने से कोई नहीं रोक सकेगा| ऐसा ही एक सप्ताह पहले इसी स्थान पर सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव भी कर गए थे| तो नेता जनता को जाति और धर्म के नाम बरगलाने में तेजी से जुट गए है| न कोई विकास का खाका और न ही विकास की योजना खालिस जात धर्म की राजनीति का भाषण, बैंड बाजे के साथ स्वागत, आतिशबाजी से हुंकार और जिंदाबाद के नारे के साथ जयवीर मुस्लिम बाहुल्य गाव से वोट मांग गए|
[bannergarden id=”11″] [bannergarden id=”17″]
मंगलवार 11 मार्च को जरारी में हुई जनससभा की व्यवस्था पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी ने की थी| पिछली बार वे यही के विधायक थे| ठाकुर जयवीर सिंह ने उनकी भी खूब धोई| जयवीर ने कहा कि जिला पंचायत से लेकर विधायक तक जिस गाव का हो वहाँ की सड़के खस्ताहाल है| अब जयवीर निशाना भले ही जमालुद्दीन सिद्दीकी पर लगा रहे हो मगर उनके राजनैतिक तमंचे से निकले कारतूस के छर्रे ताहिर हुसैन सिद्दीकी पर भी लग रहे थे| आखिर ताहिर क्या करते रहे| 5 साल तक तो वे भी यहीं से विधायक रह चुके है| ताहिर हुसैन ने भी कहा कि यहाँ (भोजपुर विधानसभा) का एक एक मुसलमान बसपा के प्रत्याशी जयवीर सिंह को वोट देकर विजयी बनाएगा|

सभा को पूर्व ब्लाक प्रमुख उमर खान और 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी कर रहे नागेन्द्र सिंह राठौर ने भी सम्बोधित किया| मगर कोई नेता जाति धर्म के नाम पर वोट मांगने का मोह न छोड़ सके, और अपने भाषणो में चुनाव आचार संहिता और उसे पालन कराने वालो को मुह चिढ़ा कर चले गए|