‘आप’ ने दो मार्च को कानपुर की रैली में अपनी ताकत दिखाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है। प्रदेश में ‘आप’ की यह पहली बड़ी रैली होने जा रही है। आम आदमी पार्टी ने एक रणनीति के तहत ही कानपुर का चुनाव किया है। कानपुर ही वह इलाका है जो महानगर होने के बावजूद काफी पिछड़ा हुआ है।
यहां पर विकास के नाम पर न के बराबर काम हुआ है। प्रदेश सरकार के विकास के दावों की पोल ‘आप’ यही से खोलेगी। कानपुर पहुंचते-पहुंचते अरविंद केजरीवाल के काफिले में करीब 1500 से अधिक कारें शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है।
ये रही फर्स्ट-30 में यूपी न होने की वजह
दरअसल, पार्टी इस समय अपना पूरा ध्यान कानपुर की रैली को सफल बनाने में लगाए हुई है। ऐसे में यदि रैली से पहले ही प्रत्याशियों की घोषणा हो जाती तो टिकट न पाने वाले गुट नाराज हो जाते। इसका सीधा असर रैली पर पड़ता। इसलिए पार्टी के रणनीतिकारों ने यह योजना बनाई कि फिलहाल यूपी के प्रत्याशियों को अभी घोषित न किया जाए। अब दो मार्च की रैली में अरविंद केजरीवाल कई सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा कर सकते हैं।
केजरी रोड शो से यूपी में बनाएंगे माहौल
अरविंद केजरीवाल दो मार्च की रैली में शामिल होने के लिए सड़क मार्ग से कानपुर आएंगे। वे रोड शो के जरिए यूपी में ‘आप’ के लिए माहौल तैयार करेंगे। यूपी मीडिया सेल के चेयरमैन राजन प्रकाश ने बताया कि केजरीवाल कौशांबी से एक मार्च को ही सुबह आठ बजे चल देंगे। रास्ते में जगह-जगह उनका स्वागत होगा।
साथ ही विभिन्न स्थानों से ‘आप’ के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल के साथ काफिले में जुड़ जाएंगे। अरविंद कौशांबी से हापुड़ आएंगे। हापुड़ के बाद अमरोहा, अमरोहा से मुरादाबाद, मुरादाबाद से रामपुर, रामपुर से बरेली व बरेली से शाहजहांपुर पहुंचेंगे।
शाहाबाद में अरविंद केजरीवाल रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद अगले दिन यानी दो मार्च को शाहजहांपुर से हरदोई, हरदोई से उन्नाव व उन्नाव से रामलीला मैदान कानपुर पहुंचेंगे।