फर्रुखाबाद: चुनाव साल है| एक से बढ़कर एक वादे और घोषणाएं नेता सुनाने के लिए आपके दरवाजे पर आने वाले है| कुछ पिछला हिसाब देंगे तो कुछ कोठे ऊपर रेल दौड़ाएंगे| कई सलमान खुर्शीद के घुँघरू खोलने में लग गए है| चुनाव के दौरान सत्ता दल के नेता समर्थको की भीड़ से घिरे होंगे और मंच से दहाड़ेंगे| विपक्षी सत्ता का सुख भोग चुके नेताओ की बैंड बजाने के लिए मुद्दे तलाशेंगे| अरविन्द केजरीवाल की सरकार को नए साल में मिला छह महीने का पेट्रोल चुनाव ख़त्म होते होते पूरा खर्च हो जायेगा| तब तक हर दल और हर नेता अरविन्द केजरीवाल के नक़्शे कदम पर चलने का फोकस दिखायेगा| फर्रुखाबाद की भी यही गति होने वाली है| सपा विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी बालू खनन से भ्रष्टाचार दूर करने की बात करने लगे है| ये बात और है कि थानेदार बिरददरी का चाहिए| सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव अधिकारियो को मंच से ललकार रहे है कि जनता की सुनो| ये बात और है कि अधिकारियो से काम कराने से पहले बताना पड़ता है कि सपा की फलां कमेटी के फलां लेवल के कार्यकर्ता/पधाधिकारी है| वैसे तो चन्नू, जग्गू , महताब, विश्वास आदि आदि से सिफारिश कराने की जुगाड़ के बिना तो लेखपाल भी किसी कागज पर रिपोर्ट नहीं लगा रहा है|
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इसी कड़ी में सलमान खुर्शीद को ललकारने और फर्रुखाबाद का सांसद बनने का सपना सजोये के के दीक्षित ने भी डेरा जमा दिया है| हर दूसरे दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बढ़त बनाने में लग गए है| सलमान खुर्शीद के ट्रस्ट के भ्रष्टाचार के सिवाय अभी तक मुद्दे नहीं मिल रहे है| अब के के दीक्षित को फरुखाबाद के वासिंदो की दिल्ली जाने आने की चिंता लगने लगी है| रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे को लैटर पैड पर पत्र लिख दिया है कि दिल्ली से फर्रुखाबाद दो सुपरफास्ट ट्रैन और दोहरी रेल लाइन बिछाना बहुत जरुरी है| इसके लिए के के दीक्षित ने एक हस्ताक्षर अभियान भी गाव गाव दस्खत कराने के लिए पर्चे भी छपवा लिए है| कुल मिलाकर गाव में मास्टर स्कूल में पढ़ाने जाये न जाये| सरकारी हॉस्पिटल में जनता को दवा मिले न मिले| कोटेदार राशन गाव में बाटे न बाटे| जनता दिल्ली जाए तो सुपरफास्ट से जाए|
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