FARRUKHABAD : सिटी अस्पताल के डा0 विपुल अग्रवाल व डा0 सिम्मी अग्रवाल पर लापरवाही के आरोप में हुई एफआईआर एवं गिरफ्तारी को रुकवाने की मांग करते हुए आईएमए के सदस्यों व पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से चिकित्सीय जांच कमेटी गठित किये जाने की मांग की है।
बुधवार को दोपहर तीन बजे आईएमए के पदाधिकारियों व सदस्यों की एक बैठक हुई। बैठक में सिटी अस्पताल के डा0 विपुल अग्रवाल व डा0 सिम्मी अग्रवाल के खिलाफ विजय कटियार पुत्र राजेन्द्र नाथ द्वारा करायी गयी एफआईआर के सम्बंध में चर्चा की गयी।
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जिसके बाद जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर आईएमए पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा मांग की गयी कि डा0 विपुल अग्रवाल व सिम्मी अग्रवाल पर लगाये गये आरोपों की सत्यता की जांच हेतु उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार एक चिकित्सीय बोर्ड गठित किया जाये। जो इस बात की जांच करे कि वास्तव में लापरवाही हुई या नहीं अथवा गिरफ्तारी पर तब तक रोक लगे जब तक जांच बोर्ड अपनी रिपोर्ट न पेश करे।
आईएमए सदस्यों ने सफाई देते हुए कहा कि एफआईआर में लगाये गये आरोपों के अनुसार मरीज को बच्चा केवल आपरेशन से पैदा होगा फिर भी उन्होंने आपरेशन नहीं कराया। रात्रि दो बजे जब विजय कटियार अपनी पत्नी को लेकर दोबारा आये तो अस्पताल की तरफ से प्राथमिक इलाज शुरू करा दिया गया तथा रात्रि 3 बजे डा0 सिम्मी अग्रवाल ने मरीज देखा तथा इलाज शुरू कर आपरेशन की तैयारी शुरू कर दी। मरीज की हालत खराब थी। उसका आपरेशन के काबिल बनाने में दो घण्टे लग गये तथा पांच बजे आपरेशन करके मरीज की जान बचाई गयी तथा बच्चा पैदा कराया गया। इसमें कहीं भी लापरवाही प्रतीत नहीं होती।
आईएमए ने जिलाधिकारी व एसपी से मांग की कि चिकित्सीय जांच कमेटी गठित हो तथा तब तक उसके निर्णय की प्रतीक्षा की जाये तब तक गिरफ्तारी पर रोक लगायी जाये।
इस दौरान आईएमए के अध्यक्ष आर के चटवाल, डा0 के एम द्विवेदी, डा0 पी एस सूद, डा0 उदयराज, डा0 अरविंद कुमार गुप्ता, डा0 जोयल आदि मौजूद रहे।