मैनपुरी|| बेवर विकास खंड की जिला पंचायत की वार्ड संख्या सात से प्रत्याशी कुसमलता ने आरोप लगाया है कि उसे राजनैतिक दबाव के चलते पराजित कर दिया गया है। विजयी प्रत्याशी के हक में उसे मिले वोटों की गिनती कर दी गई। कुसमलता ने क्षेत्र के लगभग तीन सैकड़ा समर्थकों के साथ कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला निर्वाचन अधिकारी को पुनर्मतगणना कराए जाने की मांग की है।
कुसुमलता ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत में वार्ड संख्या सात से १९ प्रत्याशी मैदान में थे। मतगणना पूरी होने पर उसे ४९१५ मत प्राप्त हुए। जबकि दूसरे नंबर के प्रत्याशी सुचेता शाक्य को ४६५५ मत प्राप्त हुए। प्रातः नौ बजे सुचेता से २६० मत अधिक मिलने के कारण उसे विजयी घोषित किया गया लेकिन अपराह्न दो बजे तक उसे जीत का प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। पांच घंटे बाद हारी हुई प्रत्याशी सुचेता शाक्य को विजयी घोषित किया गया और ५३०० मत दर्शाए गए। उसके मत ४९१५ से घटाकर ३०८५ कर दिए गए।
कुसुमलता ने आरोप लगाया कि मतगणना अधिकारियों द्वारा यह कृत्य क्षेत्रीय विधायक के दबाव में आकर किया गया। इस संबंध में उसके द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग एवं मुख्यमंत्री को फैक्स द्वारा सूचना भेज दी गई है। कुसुमलता ने जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन देकर पुनर्मतगणना कराए जाने की मांग की है। प्रदर्शन कर ज्ञापन देने वालों में कलक्टर सिंह, राम सेवक वर्मा एडवोकेट, मुन्नी देवी, संतोष कुमार, सिपाही राम, अजब सिंह, सत्यपाल, दिनेश चंद्र, थान सिंह, सुरेश चंद्र, पंचम सिंह, राकेश सिंह, अभिलाख, रहीस खान, भारत सिंह शाक्य, हरिओम, रामवीर, विश्वनाथ आदि शामिल थे।
मतगणना में लगाए धांधली के आरोप
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