FARRUKHABAD : सिकत्तर बाग व कंपिल अध्यात्मिक विश्व विद्यालय में नाबालिग लड़कियों को बंधक बनाये जाने की जांच शासन स्तर से की जा रही है। जिसके चलते सिटी मजिस्ट्रेट व एसडीएम ने बीते दिन ही सिकत्तरबाग स्थित अध्यात्मिक केन्द्र पर जाकर जांच पड़ताल की थी। जिससे सिकत्तर बाग व कंपिल के अध्यात्मिक केन्द्र पर संचालन देख रहीं महिला व पुरुष सेवकों की धड़कनें तेज हो गयीं हैं। सोमवार को एक दर्जन महिलाओं ने मुख्यालय पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट को अपने अपने शपथ पत्र सौंपकर वयान दर्ज कराये। महिलाओं के अनुसार वह अपने आपको इच्छानुसार समर्पित करती हैं।
शपथपत्र में महिलाओं ने कहा कि हम लोग आश्रम में ज्ञान लेने आते हैं। आश्रम में उन्हें किसी के द्वारा जबरन नहीं रखा जाता है। वह सभी लोग अपनी अपनी इच्छानुसार अपने को समर्पित करते हैं। इसके लिए आश्रम में उन लोगों से शपथ पत्र लिया जाता है कि हम स्वयं अपनी इच्छानुसार आश्रम में ज्ञान लेने आये हैं। महिलाओं ने आश्रम द्वारा लिये जाने वाले शपथपत्र को भी सिटी मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ को दिखाया।
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महिलाओं ने कहा कि वह लोग अपने परिवार से मिल सकती हैं, इसके लिए आश्रम में कोई रोकटोक नहीं है। जब भी परिजन आश्रम में मिलने आते हैं तो हम लोगों को मिलने दिया जाता है। इसके अलावा परिजनों से फोन पर वार्ता करने की भी मनाही नहीं है।
महिलाओं ने शपथपत्र में कहा कि यह सब अफवाह है कि हमें बंधक बनाया जाता है। यहां पर कोई भी रोकटोक नहीं है। वह लोग ज्ञान लेने आती हैं और ज्ञान ले रहे हैं। उन्हें व उनके परिजनों को आश्रम में रहने से कोई आपत्ति नहीं है।
इस दौरान कंपिल व सिकत्तर बाग स्थित अध्यात्मिक केन्द्रों के सेवक शान्तीबाबू, राजू, सान्ता बहन, शिवराम, रेखा, राजबहादुर, रफी उल्ला, मन्जू, कमलेश, बृजेश आदि मौजूद रहे।