FARRUKHABAD: स्वास्थ्य विभाग में लगभग सबसे छोटा पद बार्ड आया, उसके बाद फिर चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति होती है। लेकिन बीते कुछ वर्षों से कमालगंज स्वास्थ्यकेन्द्र पर महज एक बार्ड आया पूरे स्वास्थ्य विभाग को क्या प्रशासन तक से ताल ठोके हुए है। बार्ड आया राजनीति पर सवारी किये है, यह कहना है स्वास्थ्य केन्द्र अधीक्षक का। उन्होंने यह भी कह डाला कि मामला सीएमओ से लेकर डीएम तक के संज्ञान में है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं करना चाहता।
रातों रात बार्ड आया रजनी परिहार के नाम की जगह रजनी राठौर लिखकर महज उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर करके वापस चार पहिया गाड़ी से चले जाना उसकी आदत में आ गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी राकेश कुमार, एसडीएम सदर राकेश पटेल ने रंगे हाथों उसकी अनुपस्थिति में उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर पकड़े और उन पर लाल स्याही भी चलायी। यह वाकया एक दिन का नहीं वल्कि एक एक महीने का है। कार्यवाही के लिए मीडिया के सामने फर्जी निर्देश भी जारी किये गये लेकिन स्थिति जस की तस।
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आज भी प्रशासनिक अधिकारियों को चुनौती दे रही बार्ड आया महज हस्ताक्षर करके वापस लौटती है और यदि हस्ताक्षर नहीं भी हों तो उसकी जगह पर अस्पताल का ही कोई व्यक्ति फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उपस्थिति दर्ज कर देता है और मुख्य चिकित्साधीक्षक से लेकर प्रशासन के आला अधिकारी तक बौने नजर आते है।
स्वास्थ्यकेन्द्र के मुख्य चिकित्साधीक्षक मान सिंह से जब इस विषय में बात की गयी तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि बार्ड आया रजनी राठौर राजनीतिक संरक्षण में है। वह पहले से ठीक ठाक नौकरी कर रही है। प्रशासनिक अधिकारी हर चीज से वाकिफ हैं लेकिन कोई पचड़े में पड़ना नहीं चाहता।
जिलाधिकारी पवन कुमार ने जेएनआई को बताया कि बार्ड आया रजनी राठौर के सम्बंध में विभाग के अधिकारियों से जबाब तलब किया जायेगा और जांच कराकर कार्यवाही करायी जायेगी।