FARRUKHABAD : जनपद में पेशी के लिए कचहरी की हवालात में बंद किये जाने वाले कैदियों का हंगामा अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। आये दिन कैदियों द्वारा कुछ न कुछ बात को लेकर हंगामा किया जाता है। इसका मुख्य कारण पुलिस कर्मियों द्वारा कैदियों के परिजनों से वसूली करके कुछ खाने पीने की वस्तुओं सहित अन्य सामान देना है।
जिला जेल के कैदियों से कचहरी हवालात में विवाद कोई ऐसे ही नहीं होता है। हवालात में मिलने के लिए कैदियों के परिजन आते हैं, जिनसे 100 से 200 रुपये तक की वसूली करके पुलिस कर्मियों द्वारा हवालात के जंगले पर मिलने की छूट दी जाती है। जहां परिजन मिलने व बातचीत के अलावा खाने पीने की वस्तुओं सहित तम्बाकू, मसाला, बीड़ी, सिग्रेट तक देते हैं। लेकिन जिसके परिजन इन पुलिस कर्मियों को दक्षिणा नहीं देते उनका सामान अपने कैदी तक नहीं पहुंच पाता है।
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सोमवार को फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम विजाधरपुर निवासी हत्या के आरोप में जिला जेल में बंद कैदी छोटेलाल दुबे पुत्र रामबाबू दुबे को कचहरी में पेशी के लिए लाया गया था। जहां पर छोटेलाल दुबे के कुछ परिजन सामान लेकर पहुंचे और उसे देने लगे। बिना दक्षिणा के सामान देते देख पुलिस कर्मी ने हड़का कर परिजन को भगा दिया। जिसके बाद कैदी छोटेलाल दुबे ने पुलिस कर्मी से कहा कि मसाला की पुड़िया ही ले लेने दो। पुलिसकर्मी ने मसाला की पुड़िया भी जब नहीं लेने दी तो कैदी ने ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी को जमकर गाली गलौज किया।
जिसके बाद वहां मौजूद अन्य पुलिस कर्मियों ने मिलकर छोटलाल दुबे की जमकर पिटायी की और दोबारा हवालात में बंद कर दिया।