Monday, January 13, 2025
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चिकनगुनिया और डेंगू हुए पुराने अब नए वायरस का हमला

नई दिल्ली|| डेंगू और चिकनगुनिया से परेशान दिल्लीवासियों की मुश्किलों में और इजाफा हो सकता है। अब एक खास तरह का वायरस शहरवासियों को परेशान करने के लिए दस्तक दे चुका है। डॉक्टरों के मुताबिक इस वायरस की वजह से नॉन टेस्टेड वायरल तेजी से फैल रहा है।

चिंताजनक बात यह है कि इसके लक्षण डेंगू और चिकिनगुनिया के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं। जिसके चलते इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के इलाज को लेकर डॉक्टर भी असमंजस में हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के दस्तक देने तक इस वायरस का प्रभाव बरकरार रहेगा।

बाड़ा हिंदुराव अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर विनोद कुमार आनंद का कहना है कि डेंगू, चिकगुनिया के अलावा एक खास तरह का वायरल तेजी से बढ़ रहा है। किसी मरीज को अगर बुखार हो और जांच में डेंगू और चिकिनगुनिया की पुष्टि न हो तो इसका मतलब है कि वह नॉन टेस्टेड वायरल की चपेट में है।

इस बीमारी की चपेट में आए मरीज को बुखार, जोड़ों में दर्द और पूरे शरीर में सूजन हो जाती है। उनका कहना है कि यह मौसमी वायरल है। मौसम के करवट बदलने पर अपने आप ही समाप्त हो जाएगा। आर्टिमस अस्पताल के डा.अनिल ढल का कहना है कि इस वायरल की पुष्टि के लिए कोई जांच अभी मार्केट में उपलब्ध नहीं है।

इसमें मरीज की प्लेटलेट्स कम नहीं होती। मरीज सात से आठ दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है। बुखार के समय मरीज को पसीना आता है, जिसके चलते शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसलिए पीड़ित को बार-बार पानी या कोई भी तरल पदार्थ लेना चाहिए और एंटीबॉयोटिक दवा के उपयोग से बचना चाहिए।

तेज बुखार हो तो पैरासीटामोल देना चाहिए। पीड़ित के सिर पर गीली पट्टी का प्रयोग करें। यदि बीमारी सात से आठ दिनों में ठीक नहीं होती है तो यह हृदय के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

गौरतलब है कि दिल्ली में डेंगू की चपेट में अब तक पांच हजार से अधिक लोग आ चुके हैं। चिकनगुनिया भी डेंगू से पीछे नहीं है। हजारों की संख्या में लोग चिकनगुनिया की चपेट में आ चुके हैं। दोनों बीमारि

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