कभी भाजपा के थिंक टैंक रहे गोविंदाचार्य ने वैकल्पिक राजनीति का बिगुल बजा दिया है। इसके लिए उन्होंने देशभर के 28 राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों को जोड़ कर लोकतंत्र बचाओ मोर्चा का गठन किया है।
फिलहाल जस्टिस संतोष हेगड़े, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान और एकता परिषद के पीवी राजगोपाल, डॉ. जगदीश शेट्टीगर जैसी कई नामचीन हस्तियां इस मोर्चे में शामिल हुई हैं। गोविंदाचार्य की योजना भविष्य में इस मोर्चे में अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे को भी शामिल करने की है। केजरीवाल से गोविंदाचार्य ने खुद बात की है तो राजगोपाल अन्ना के लगातार संपर्क में हैं।
बकौल गोविंदाचार्य यह मोर्चा वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था को जवाबदेह बनाने के लिए देशभर में अभियान चलाएगा।
मोर्चा के गठन की घोषणा करते हुए गोविंदाचार्य ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था में अलग-अलग दलों की मौजूदगी के बावजूद कोई अंतर नहीं दिख रहा। सारे दलों का लक्ष्य और उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन की जगह सत्ता सुख हासिल करना रह गया है।
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ऐसे में वैकल्पिक राजनीति का ढांचा तैयार करने के लिए जनांदोलनों में सक्रिय तौर पर हिस्सा लेने वालों और राजनीति में रह कर इससे बुरी तरह ऊब चुके लोग एक मंच पर आए हैं।
उन्होंने कहा कि आज भी कई दलों में वैकल्पिक राजनीति पर सोचने वाले लोग हैं, जो पार्टी लाइन की मजबूरी में चुप्पी साधने के लिए मजबूर हैं। इसलिए इस मोर्चा की कोशिश वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था के अंदर और बाहर दोनों तरफ सक्रिय भूमिका निभाने की होगी।
गोविंदाचार्य और उनसे जुड़े लोग मोर्चा को और अधिक मजबूत बनाने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे के भी संपर्क में हैं।
इस बारे में गोविंदाचार्य ने कहा कि अन्ना और केजरीवाल हमारी तरह ही वैकल्पिक राजनीति का ढांचा खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए अलग-अलग स्तर पर दोनों से बात हुई है।
गोविंदाचार्य ने विश्वास जताया कि जिस तरह सारी नदियां अंतत: समुद्र में गिरती हैं, उसी तरह सभी वैकल्पिक राजनीति का ढांचा तैयार करने वाली हस्तियां अंतत: एक मंच पर आएंगी।