फर्रुखाबाद: वैसे तो विधानसभा चुनाव को निपटे अभी साल भर से कुछ ज्यादा हुआ है मगर पेशेवर राजनैतिक लोग 2017 के विधानसभा चुनाव में अपनी जगह तलाशने लगे है| बीच में चुनाव इसलिए सम्भव नहीं क्योंकि अखिलेश बाबू ने बहुमत में कुर्सी संभाली है जो पांच साल तो पूरा करेगी ही| बात पते की ये है कि अमृतपुर विधानसभा से बसपा ने अनंत कुमार मिश्र को प्रभारी बना दिया है और खबर तो नागेन्द्र राठौर के भी भोजपुर से प्रभारी बनने की है मगर अभी नागेन्द्र राठौर को मालूम नहीं है और बसपा जिलाध्यक्ष ने बसपाई नियमवाली के अनुरूप बिना अनुमति के बताने से मना कर दिया है|
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अनंत कुमार मिश्र के लिए लोहिया भवन में डेरा ज़माने वाले जीतेन्द्र ओझा जो इन दिनों वकालत कर रहे है उन्होंने जरूर ये सूचना पुष्ट कर दी है कि अंटू बाबू अमृतपुर विधानसभा के अगले चुनाव के लिए हरी झंडी पा गए है| फिलहाल अंटू होली दिवाली छुपते छुपाते फर्रुखाबाद चक्कर लगा जाते है| मंत्री बनने के बाद विधायक बने अंटू आम जनता का सामान करने की हैसियत में शायद नहीं है| झूठ के वादों का जो जमालघोटा जो वो फर्रुखाबाद की जनता को पिला गए थे उसके दस्त अभी तक हो रहे है| पिछले चुनाव में भी हार गए| मगर हिम्मत और हौसला नहीं छोड़ा| सत्ता के हंटर के दम पर मात्र 9000 वोट से जीतने वाले अब गंगापार में आई बाढ़ में नदारद है| मामाजी की हैसियत के सिवाय जनमानस के दिल में कोई जगह न बना पाने का मलाल शायद उन्हें न हो मगर फर्रुखाबाद की जनता को उनकी फर्रुखाबाद से चुनाव जीतने के बाद बढ़ी माली हैसियत के बारे में शायद सब मालूम है| तो बसपा से लोकसभा के लिए सांसद जिताने के लिए दो पुराने हथियार तैयार है| भोजपुर से नागेन्द्र सिंह राठौर और अमृतपुर से अनंत कुमार मिश्र के दिलाये हुए वोट दोनों की हैसियत जनता और उनकी पार्टी में तय कर देंगे|