Monday, January 6, 2025
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शिक्षकों के अंतरजनदपदीय तबादलों में प्रमोशन व समायोजन का पेंच

लखनऊ: परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के अंतरजनदपदीय तबादलों में प्रमोशन व समायोजन के पेंच के चलते अभी तक तबादला सूची जारी नहीं हो पायी है, जबकि शैक्षिक सत्र 2013-14 के लिए जारी तबादला नीति में 15 जून अन्तिम तिथि तय थी। 35 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने अंतरजनपदीय तबादलों के लिए आवेदन कर रखा है। प्रदेश में इस वर्ष परिषदीय स्कूलों के करीब 18 हजार शिक्षक रिटायर हुए हैं। कई वर्षो से शिक्षकों की भर्ती भी नहीं हुई है। हालाकि शासन सूत्रों का कहना है कि तबादलों की तिथि तो बीत गयी है, ऐसे में इस हफ्ते किसी भी दिन तबादला सूची जारी हो सकती है। पहली सूची में 20 हजार शिक्षकों के तबादले किये जा सकते हैं।

*अंतरजनपदीय स्थानांतरण के लिए 35 हजार से ज्यादा अर्जी
*इस हफ्ते जारी हो सकती है सूची
*इस वर्ष करीब 18 हजार शिक्षक रिटायर हुए
*पहली सूची में हो सकते हैं 20 हजार शिक्षकों के तबादले

police transferबेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने महिलाओं व विकलांग अध्यापकों-अध्यापिकाओं को तबादले में प्राथमिकता देने की हिदायत दे रखी है। पिछले कई दिनों से इलाहाबाद से लेकर लखनऊ तक तबादलों की सूची तैयार करायी जा रही है, लेकिन प्रमोशन व समायोजन इस लिस्ट पर ग्रहण लगा रहे हैं। वर्ष 2013 की तबादला नीति में हर जूनियर स्कूल में एक विज्ञान का शिक्षक रखने, प्राथमिक स्कूल के हेड मास्टर व उच्च प्राथमिक स्कूल के सहायक अध्यापक का एक कैडर रखने तथा किसी भी सूरत में विद्यालय के शिक्षक विहीन न होने की शतरे ने भी मुश्किल पैदा कर दी है। शासन ने पहले ही तीन व पांच वर्ष की सेवा के बाद ही तबादला पर विचार करने का आदेश निचले स्तर पर दे रखा है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में अभी तक प्रमोशन पूरे नहीं हो पाये हैं। प्रमोशन प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ हो जाने से तबादलों में जाने वाले शिक्षकों की वरिष्ठता नहीं प्रभावित होगी।

प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने जिलों में विद्यालयवार स्वीकृत शिक्षक पदों से ज्यादा किसी भी हालत में न रखने की हिदायत भी मातहतों को दे रखी है। बेसिक शिक्षा से जुड़े एक अफसर का कहना है कि बड़े जिलों में खासतौर पर राजधानी लखनऊ के साथ ही इलाहाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़, वाराणसी, गोरखपुर सहित कई प्रमुख जिलों में शिक्षकों के रिक्त पदों से कई गुना ज्यादा आवेदन आए हैं, इन जिलों में पहले से ही स्वीकृत पदों के सापेक्ष शिक्षक तैनात हैं, ऐसे में इन जिलों में आने की गुंजाइश पुरुष अध्यापकों के लिए तो बेहद कम बची है। सूत्रों का कहना है कि अंतरजनपदीय तबादला सूची जारी न होने से परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

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