किताबें न बंटी तो होगी गवन की कार्यवाही: डीएम

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FARRUKHABAD : जिलाधिकारी पवन कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यक्रमों की समीक्षा करते समय कहा कि जिले के किसी भी ब्लाक संसाधन केन्द्र में बच्चों को स्कूलों में वितरित की जाने वाली पाठ्यपुस्तके रखी मिल गयीं तो सम्बंधित ब्लाक के खण्ड शिक्षा अधिकारी के विरुद्व गबन के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी।

उन्होंने कहा कि नवीन शिक्षा सत्र के प्रथम दिवस 1 जुलाई को स्कूलों में पुस्तकों का वितरण कर दिया जाना था। किसी भी स्तर पर अब ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी और लापरवाह अधिकारियों, कर्मचारियों के दायित्वों को निर्धारित करते हुए कठोर कार्यवाही की जायेगी।

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शिक्षा, बेसिक शिक्षा, ग्रामीण आवास, लोहिया आवास, चिकित्सा, लघु सिंचाई, मनरेगा, ग्रामीण शौचालय, विद्युत, 25 लाख रुपये की लागत से बड़ी परियोजनाओं के कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने चिकित्सा विभाग के जब कार्यों को जायजा लिया तो मोतिया बिन्दु के अब तक किये गये आपरेशन की संख्या लक्ष्य के सापेक्ष कम होने पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राकेश कुमार को निर्देशित किया कि आपरेशनों की संख्या बढ़ायी जाये। स्कूलों में बच्चों का नेत्र परीक्षण कराकर जरूरतमन्द बच्चों को चश्मा दिलवाया जाये। आशाओं का मानदेय का वितरण तुरन्त करायें। नवीन चिकित्सालयों का निर्माण शीघ्रता से करायें।

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सभी प्रकार की छात्रवृत्ति जो स्कूलों में बच्चों को वितरित की गई है, उनका सत्यापन कराने के निर्देश देते हुए डीएम ने कहा कि वितरण का उपभोग प्रमाणपत्र भी तुरंत भिजवाया जाये। जिले में बन रहे माडल स्कूलों की प्रगति का विवरण जब मांगा तो लेखाधिकारी माध्यमिक शिक्षा ने बताया कि रोशनाबाद, कनकापुर, हिशामपुर, राजेपुर में स्कूल बनाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी डा0 सुभाषचन्द्र श्रीवास्तव को मौके पर जाकर स्कूलों की निर्माण गति को देखने के आदेश दिये।

जिलाधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि जुलाई माह में मेहनत कर ग्रामीण विन्द विकास के कार्यक्रम विशेषतः इन्द्रा आवास, लोहिया आवास, शौचालय निर्माण के दिए गए लक्ष्यों के सापेक्ष निर्माण कार्य अवश्य पूर्ण करा लें। अन्यथा अगले माह की समीक्षा में उन्हें किसी प्रकार की छूट प्राप्त नहीं होगी और नाकारा अधिकारियों, सचिवों के विरुद्व निलंबन की कार्यवाही प्रस्तावित कर दी जायेगी।

बैठक में परियोजना निदेशक डा0 दयाराम विश्वकर्मा, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई रतिराम वर्मा, जिला पंचायत अधिकारी गिरीश कुमार समेत खण्ड विकास अधिकारी तथा अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।