सपा प्रमुख ने मौलाना तौकीर को भी मनाया, लाल बत्ती स्वीकारी

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lalbattiलखनऊ : लोकसभा चुनाव से पहले अकलियतों की नाराजगी से बच रही समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बागी तेवर दिखा रहे सुन्नी मौलाना तौकीर रजा को मना लिया है। सांप्रदायिक दंगों की जांच के लिए समिति बनाने और पीसीएस (जे) में उर्दू का परचा बहाल करने की उनकी मांग पूरी करने का भरोसा दिया। जिस पर मौलाना ने लालबत्ती (राज्यमंत्री का दर्जा) स्वीकारने और लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी इत्तेहाद मिल्लत का समर्थन सपा देने का ऐलान किया।

विधानसभा चुनाव में इत्तेहाद मिल्लत ने सपा का समर्थन किया था। बाद में मिल्लत के कुछ नेताओं ने सपा के नेताओं से सीधे तार जोड़ लिए थे। जिससे कड़ुवाहट की शुरुआत हुई। इस बीच प्रदेश सरकार ने मौलाना तौकीर रजा को हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग में सलाहकार नामित कर राज्यमंत्री का दर्जा दिया। जिस पर मौलाना ने साम्प्रदायिक दंगों की जांच के लिए अलग से उच्च स्तरीय समिति गठित करने और पीसीएस (जे) में उर्दू का परचा बहाल करने की मांग सामने रखकर लालबत्ती लौटाने का ऐलान कर दिया। कई दिनों की ऊहापोह और मौलाना के बागी तेवरों के बाद शुक्रवार को सपा प्रमुख मुलायम सिंह और तौकीर रजा की पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मुलाकात हुई।

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जिसमें मान-मनौव्वल की पठकथा को अंतिम रूप दिया गया। बाद में मौलाना तौकीर और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में गिले-शिकवे दूर होने का ऐलान किया। सपा नेता शिवपाल ंिसह यादव ने बताया कि मौलाना तौकीर रजा की अध्यक्षता में सांप्रदायिक दंगों की जांच के लिए एक समिति बनायी जाएगी। इसमें सेवानिवृत पुलिस अधिकारी, सेवानिवृत न्यायिक अधिकारी और कुछ जनप्रतिनिधि भी होंगे। कमेटी जल्द गठित की जाएगी। सपा नेता ने कहा कि निर्दोषों को सजा देना कहां का न्याय है। कोई कानून भी यह नहीं कहता है। उनकी पार्टी निर्दोषों को न्याय दिलाने की पक्षधर है। मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि दंगों की जांच के लिए कमेटी गठित हो रही है। आतंकी हिन्दू हो या मुसलमान उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मगर, आतंकवाद के नाम पर निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। सपा प्रमुख ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। लिहाजा उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों का समर्थन करेगी। आपकी पार्टी में दो फाड़ हो रही है? इस सवाल पर मौलाना ने कहा कि इत्तेहाद मिल्लत चलती हुई बस है, जिस पर से कुछ लोग उतर गए हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। एक सवाल के जवाब में मौलाना ने कहा कि उन्हें किसी पद की जरूरत नहीं है। वह कोई व्यक्तिगत मांग नहीं कर रहे थे। वह अल्पसंख्यकों का ईमानदारी से काम चाहते हैं और यह भी चाहते हैं कि हिन्दू का हक न मारा जाए। सपा प्रमुख के कहने पर वह राज्यमंत्री का दर्जा बरकरार रखेंगे। मौलाना ने कहा कि उन्हें मुलायम सिंह यादव को जमीन के हालातों की जानकारी दी। अब साथ कार्य करेंगे तो सच्चाई भी बताते रहेंगे।