असलहों के बल पर दबंगों ने दुकानों पर किया कब्जा

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नबावगंज (फर्रुखाबाद): नबावगंज में विवादित भूमि पर अवैध कब्जों को लेकर आये दिन असलहे तनना अब आम बात हो गयी है। शुक्रवार को दुकानों पर कब्जे को लेकर चले आ रहे विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया और कुछ दबंगों ने दुकान मालिक के ताले तोड़कर असलहों के बल पर अपने ताले दुकानों में डालकर कब्जा कर लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया।

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नबावगंज के बाईपास रोड पर एक विवादित मकान को लेकर 10 साल से विवाद चला आ रहा है। विवादित मकान को पूर्व प्रधान स्व0 फेरू सिंह यादव निवासी नबावगंज ने गनीपुर निवासी संतोष बाथम से 10 वर्ष पूर्व खरीदा था। जिसको पूर्व प्रधान फेरू सिंह यादव द्वारा उस समय लेटर तक बना लिया था। परन्तु लगभग पांच वर्ष पूर्व प्रधान फेरू सिंह यादव का निधन हो गया। उसके बाद वह जमीन संतोष बाथम ने रामप्रकाश सक्सेना को बेच दी। रामप्रकाश ने अधूरे निर्मित मकान पर लेंटर डाल लिया।

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चार साल से रामप्रकाश सक्सेना बच्चों सहित रह रहा है। शुक्रवार को लगभग चार बजे दो दर्जन दबंगों द्वारा टेंपो, मोटरसाइकिल व अवैध असलहों से लैस होकर विवादित स्थल पर पहुंचे और जबरिया ताले तोड़कर अपने ताले डाल दिये। रामप्रकाश सक्सेना ने रोकने का प्रयास किया तो लोग नहीं माने और गाली गलौज करने लगे। रामप्रकाश सक्सेना थाने भागकर गया। तभी बगल में रह रहे होतेलाल एवं महिपाल राजपूत ने गाली गलौज से मना किया। दबंगों ने होतेलाल के साथ भी मारपीट की। मौके पर होतेलाल की पिटायी की सूचना उसके परिजनों को लगी। तो बगल में ही रह रहे नगला हीरा सिंह के दर्जनों की संख्या में लोग घटना स्थल पर पहुंच गये। दोनो तरफ से तनाव बढ़ गया और कस्बे में सनसनी फैल गयी। मौके की नजाकत को भांप दबंग खिसक लिये। पुलिस ने दोनो पक्षों के दो लोगों को हिरासत में ले लिया। मामले की नजाकत को भांपकर मंत्री समर्थक लोग फैसला कराने में जुट गये। सूत्रों के मुताबिक देर रात दोनो पक्षों में समझौता करा दिया गया।