पैसों के खेल के खिलाड़ी बने इन नेताओं के रिश्तेदार

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politics relationनई दिल्ली। नेताओं के रिश्तेदार पद मिलते ही सत्ता से फायदा उठाना शुरू कर देते हैं। रेल मंत्री पवल बंसल के भांजे पर एक सनसनीखेज मामला दर्ज हुआ है। रेल मंत्री पवन बंसल के भांजे विजय कुमार सिंगला की गिरफ्तारी हुई है। सिंगला को सीबीआइ ने नब्बे लाख रुपये की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह रकम उन्हें बतौर रिश्वत दो दिन पहले ही रेलवे बोर्ड के सदस्य बनाए गए महेश कुमार ने भिजवाई थी। सीबीआइ ने भ्रष्टाचार निरोधक कानून और आइपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।

राबर्ट वाड्रा

राबर्ट वाड्रा और रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के साथ हुए सौदों पर काफी विवाद हुआ था। जांच का आदेश चर्चित आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने दिया था। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा था कि रियल स्टेट की बड़ी कंपनी डीएलएफ ने राबर्ट को 65 करोड़ रुपये का बिना ब्याज का, बिना जमानत का लोन दिया था। इस लोन के पैसे से राबर्ट वाड्रा ने डीएलएफ की ही प्रॉपर्टी खरीदी। वरिष्ठ वकील प्रशांत ने आरोप लगाया था कि राबर्ट वाड्रा ने केवल 50 लाख रुपये का इनवेस्टमेंट किया और उसके बाद 65 करोड़ रुपया डीएलएफ से लिया। 2007 से 2010 के बीच ये तमाम प्रॉपर्टी खरीदीं गईं। सिर्फ 2012 में ही छह कंपनियां रजिस्टर कराई गई। प्रशांत भूषण ने सवाल उठाया था कि डीएलएफ ने राबर्ट वाड्रा को इंट्रेस्ट फ्री, इनसिक्योर्ड लोन क्यों दिया और फिर अपनी ही जमीनें क्यों बेचीं? वैसे इन मामलों में हरियाणा सरकार ने क्लीन चिट दे दिया है।

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चिदंबरम की पत्नी

पश्चिम बंगाल में हाल ही सामने आए 20 हजार करोड़ के शारदा चिटफंड घोटाले की आंच केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के घर तक पहुंच गई थी। शारदा ग्रुप के प्रमोटर सुदिप्ता सेन ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को जो पत्र लिखा था, उसमें नलिनी का नाम आया था। सुदिप्तो ने इस चिट्ठी में पी. चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम पर उंगली उठाते हुए कहा था कि नॉर्थ इस्ट में टीवी चैनल की डील में नलिनी ने वकील की भूमिका अदा की थी।

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सलमान खुर्शीद की पत्नी

2010 में भारत सरकार के सामाजिक न्याय और सहकारिता मंत्रालय ने सलमान खुर्शीद के ट्रस्ट को 71 लाख 50 हजार रुपए दिए थे। ट्रस्ट को उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में विकलांगों को सहायता उपकरण देने थे। चलने-फिरने में बेबस महसूस करने वालों को तिपहिये दिये जाने थे तो कम सुनाई देने वालों को हियरिंग एड। आरोप लगा कि वे नहीं दिए गए। ऐसा एक निजी चैनल ने स्टिंग करके खुलासा किया था। इसके बाद मामला जाँच और अदालत के पेच में है|

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण

कारगिल शहीदों की विधवाओं और बहादुर सैन्य अधिकारियों के नाम पर बनी आदर्श हाउसिंग सोसायटी के फ्लैट हड़पने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने सौदेबाजी की थी। एक प्राइवेट चैनल के खुलासे के मुताबिक इस सौदेबाजी के तहत चव्हाण ने राजस्व विभाग की ओर से सोसायटी को क्लीयरेंस दिलवाया और बदले में उनके पांच रिश्तेदारों को आदर्श हाउसिंग सोसाइटी में फ्लैट मिले थे।