फर्रुखाबाद: शनिवार देर रात नगर क्षेत्र की बाजार के पक्के पुल चौराहे पुल पर किन्नरों ने जाम लगा दिया और जमकर हंगामा काटना शुरू कर दिया| किन्नरों ने एक बार फिर कपडे उतार पुलिस पर भड़ास निकाली| पुलिस पिकेट की कुर्सियां तोड़ डाली| किन्नर आरोप लगा रहे थे कि उनके ऊपर दूसरे गुट ने हमला कराया है| नगर में किन्नरों की नेग वसूली में दो गुटों में इलाके के बटवारे को लेकर विवाद चल रहा है| किन्नर का आपसी विवाद सड़क से लेकर पुलिस तक पहुच चूका है| जनता के बीच भी किन्नरों को लेकर व्याप्त भय आपसी विवाद के कारण कम हो चला है| पुलिस भी कोई हल निकलने या कार्यवाही करने की जगह विवाद को लम्बा खिचवा रही है| और इसी खीचतान में हत्या जैसी घटनाएँ भी हो सकती है| क्यूंकि मामला हजारो लाखो का नहीं करोडो की मुफ्त वसूली का है| (जल्द पढ़ाएंगे- ” गुंडई का आशीर्वाद- किन्नरों का 10 करोड़ का नेग वसूली कारोबार, “|
किन्नरों ने आधी रात को पक्का पुल चौराहे पर घंटों ग़दर काटा । रास्ता रोक कर वाहन नहीं निकलने दिए और निर्वस्त्र होकर पुलिस के खिलाफ भड़ास निकाली। पिकेट के लिए रखी कुर्सियां तोड़ डालीं। किन्नरों का आरोप है कि दूसरे गुट के किन्नरों ने उनके घर पर फायारिंग कराई। इनका कहना है कि गुरु हाजी रमजानी बाल बाल बचे। गोली की आवाज सुनकर पिकेट पर तैनात सिपाही भाग खड़े हुए। किन्नरों के दो गुटों के बीच कई दिन से टकराव चल रहा है। इसी के चलते शनिवार रत हाजी रमजानी के घर पर तमंचे से हमला किया गया। कारतूस का खोखा हाजी रमजानी के घर के मकान के पास पड़ा मिला। गोली चलाये जाने से गुस्साए किन्नरों ने मुख्य रोड पर आकर तालियाँ पीटना शुरू कर दिया। किन्नरों का यह रूप देख भीड़ जमा हो गयी। किन्नर गोली चलाने वाले व्यकित को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। किन्नर समाज के अध्यक्ष हाजी मुजम्मिल ने बताया कि किसी ने गाली देते हुए मुझे गाली दी। मैं उठकर आगे आया तो वह गोलिया चलाते हुए बाइक से भाग गए। दो लोगो को उन्होंने पहचान लिया है। यह दूसरे गुट के किन्नरों के दोस्त हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस को किन्नरों को समझाने में पसीने छूट गए। पुलिस के समझाने के बावजूद किन्नर सड़क पर जाम लगाये रहे। एस एस आई हरीश चन्द्र ने मुक़दमे के लिए तहरीर लेने के बाद किसी तरह किन्नरों को घर भेजा।