एसडीएम के स्टिंग आपरेशन में फंसे दो स्टाम्प वेंडर, लाइसेंस निरस्त

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फर्रुखाबाद: टीईटी शिक्षकों की भर्ती एवं बजीफे के फार्म के साथ 10 रुपये के स्टाम्प पेपर पर हलफनामा लिये जाने से स्टाम्प पेपर की मांग इतनी बढ़ गयी। मांग बढ़ते देख जनपद के स्टाम्प वेंडरों ने 10 रुपये वाले स्टाम्प को 15 से 20 रुपये में बेचना शुरू कर दिया। जिसकी बीते दिनों से ही काफी शिकायतें मिलने के बाद बुधवार को एसडीएम सदर भगवानदीन वर्मा ने कचहरी में स्टिंग आपरेशन कर दिया। स्टिंग आपरेशन में फंसे दो स्टाम्प वेंडरों के लाइसेंस निरस्त करने के आदेश दिये गये हैं। [bannergarden id=”8″]

स्टाम्प कालाबाजारी की सूचना पर बुधवार को एसडीएम भगवानदीन वर्मा कचहरी में पहुंचे जहां पर उन्होंने अपने चपरासी आलोक कुमार को 20 रुपये देकर भेजा और कहा कि जाओ 10 रुपये वाला स्टाम्प कहीं से खरीद लाओ। जिस पर आलोक कुमार धर्मप्रकाश गुप्ता की दुकान पर गये और 10 रुपये का स्टाम्प पेपर मांगा तो उन्होंने उसे 10 की बजाय 15 रुपये में दिया। जिस पर यह बात आलोक कुमार ने एसडीएम सदर को बतायी आकर जिस पर एसडीएम सदर मौके पर धर्मप्रकाश गुप्ता की दुकान पर पहुंचे। जहां पर एक और व्यक्ति स्टाम्प पेपर लिये खड़ा था। जिससे पूछने पर उसने बताया कि वह 10 रुपये वाला स्टाम्प पेपर 15 रुपये में स्टाम्प वेंडर नरेश चन्द्र की दुकान से लाया है। जिस पर एसडीएम ने दोनो के वयान लेने के बाद दुकानों के लाइसेंस निरस्त करने के आदेश दिये।

उन्होंने अन्य स्टाम्प वेंडरों को चेतावनी दी कि अगर कोई भी स्टाम्प की कालाबाजारी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।