12 बजे हैं अभी तो दोबारा नम्बर आ जायेगा

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फर्रुखाबाद: यह कहना था स्टेट बैंक में शिक्षक भर्ती के लिए चालान फार्म जमा करने के लिए आयी युवती का, जो प्रातः 4 बजे से स्टेट बैंक के बाहर लाइन में खड़ी थी और जब नम्बर आया तो दिन के 12 बज चुके थे। बैंक के गेट के पास पहुंचते ही युवती ने घड़ी देखी और कहा कि अरे! अभी तो 12 बजे हैं, अभी एक बार नम्बर दोबारा आ जायेगा। युवती की इस उत्सुकता को देखकर मौके पर मौजूद लोग दंग रह गये।

प्रदेश सरकार द्वारा टीईटी शिक्षकों की भर्ती के लिए 72 हजार पद स्वीकृत किये गये हैं। जिसके चलते स्टेट बैंक की शाखाओं में चालान फार्म जमा करने के लिए अभ्यर्थियों की लम्बी लम्बी कतारें प्रति दिन लग रहीं हैं। हद तो यह है कि सर्दी के मौसम में प्रातः साढ़े तीन से चार बजे के बीच में ही बैंकों के बाहर लम्बी लम्बी लाइनें लग जातीं हैं। फार्म जमा करने आये बागकूंचा निवासी अनूप ने बताया कि वह जब चार बजे बैंक की लाइन में लगने पहुंचा तो पहले से ही तकरीबन 30 लोग लाइन में खड़े थे। सुबह होते होते लाइनों में सैकड़ों की तादाद में महिलायें व पुरुष इकट्ठे हो गये।

72 हजार पदों पर अलग अलग जनपदों से आवेदन करने के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी लगभग 40 से 50 जनपदों में आवेदन करने के लिए अलग अलग फीस जमा करने में जुटे हुए हैं। अब तक अभ्यर्थियों ने पूरे पूरे दिन लाइनों में लगकर 5 से 10 चालान ही जमा कर सके हैं। जिससे अब अभ्यर्थियों में अब जल्दी पड़ी हुई हैं। वहीं बैंकों में प्रति अभ्यर्थी मात्र दो चालान ही लेने से बैंकों में प्रति दिन भीड़ बढ़ती जा रही है।

पुरानी कहावत है कि ‘‘तुम डाल डाल तो हम पात पात’’ यही कहावत इस समय स्टेट बैंक कर्मियों व अभ्यर्थियों के बीच चल रही है। बैंक कर्मियों ने दो से तीन फार्म ही एक बार में जमा करने का मन बनाया है, तो अभ्यर्थियों ने नया रास्ता खोज निकाला है। परिवार के सभी सदस्य पिता, मां, सास, ससुर, पति व स्कूली बच्चों को लेकर लाइन में लग रहे हैं। एक एक सदस्य के पास तीन तीन फार्म दिये जाते हैं तब जाकर पूरे दिन में 10 से 12 फार्म जमा हो पा रहे हैं।

वहीं फार्म जमा करने वालों में कुछ महिलायें व पुरुष ऐसे हैं जो पांच छः घंटे लाइन में खड़े होने के बाद पुनः लौटकर पीछे से लाइन में लग जाते हैं और पूरे पूरे दिन में बमुस्किल पांच से छः फार्म ही जमा कर पा रहे हैं। फिलहाल चालान जमा करने में बैंक कोई भी परिवर्तन करती नहीं दिख रही है। जिससे आगे भीड़ की संख्या दिनों दिन बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है।