फर्रुखाबाद: खाद्यान्न घोटाले में डिप्टी आरएमओ व सीनियर मार्केटिंग इंस्पेक्टर को शासन ने निलंबित कर दिया है। दोनों कायमगंज गोदाम के निरीक्षण में सरकारी गेहूं व चावल को निजी गोदाम में रखकर गबन करने के दोषी पाए गए थे। डीएम ने इनके खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेजी थी।
लगभग दो माह पूर्व एसडीएम राकेश पटेल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने कायमगंज में खाद्य विभाग के गोदाम पर छापा मारकर वहां स्टाक में रखे सरकारी गेहूं व चावल का सत्यापन किया था। सत्यापन में बड़ी मात्रा में सरकारी गेहूं व चावल दो निजी गोदामों में रखा पाया गया था। एसडीएम के अनुसार सरकारी खाद्यान्न निजी गोदामों में रखने से पूर्व डिप्टी आरएमओ यादराम व तत्कालीन वरिष्ठ प्रबंध निरीक्षक जयकिशोर ने उच्चाधिकारियों की अनुमति नहीं ली और न ही उच्चाधिकारियों को सरकारी गेहूं व चावल निजी गोदामों में रखने की सूचना दी। एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी थी। जिलाधिकारी डा. मुथु कुमार स्वामी बी ने डीआरएमओ व एसएमआई के विरुद्ध शासन को सौंपी रिपोर्ट में दोनों को निलंबित करने की संस्तुति की थी। गबन के मामले की कायमगंज थाने में एफआईआर भी दर्ज करायी गई थी। डीएम की रिपोर्ट पर शासन ने खाद्य विभाग के दोनों अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। वरिष्ठ प्रबंध निरीक्षक जयकिशोर का बाद में कायमगंज से स्थानान्तरण हो गया था। वर्तमान में वह कन्नौज में तैनात हैं। संभागीय खाद्य नियंत्रक नरेंद्र पांडेय के आदेश पर बढ़पुर के वरिष्ठ प्रबंध निरीक्षक विजय सिंह यादव ने डिप्टी आरएमओ पद पर कार्यभार संभाल लिया है।