फर्रुखाबाद: खोजी कुत्ते लैमन की निशानदेही पर मेजर एसडी सिंह मेडिकल कालेज पीछे स्थित ग्राम सींगनपुर में पुलिस ने किशनपाल गौड़ और उसके पुत्र प्रदीप को भी धर दबोचा। जानकारी के मुताबिक प्रदीप पहले से ही अपने किशोरवय साले की हत्या कर किडनी निकालने का भी आरापी है।
प्रदीप का विवाह उसके गांव से कुछ किलोमीटर दूर स्थित जैतपुर जहानगंज से राजवीर शाक्य की पुत्री कीर्ती उर्फ रुकमणी के साथ 12 जनवरी 2011 को हुआ था। शादी से पहले प्रदीप का प्रेम प्रसंग कीर्ती के साथ हो गया था। जिसके चलते उसने घर वालों की बगैर मर्जी से संकिसा में बौद्ध रीति रिवाज के अनुसार शादी कर ली थी। उसे लेकर अपने घर आ गया। जिसके बाद प्रदीप की नजर अपने ससुर राजवीर शाक्य के खेतों पर थी। राजवीर शाक्य को उसने बहला फुसलाकर खेतों को गिरवीं रखवा दिया और उससे मिला सवा लाख रुपया हड़प लिया।
इसके बाद प्रदीप ने अपने ससुर राजवीर शाक्य से दिल्ली चलकर रोजगार करने की सलाह दी तो पुनः राजवीर दामाद प्रदीप के झांसे में आ गया और अपनी पत्नी मिथलेश, पुत्रों विपिन व रौनक के अलावा दो लड़कियों को लेकर 20 मई 2012 को दिल्ली के राजा बिहार मोहल्ले में रहने लगा। जहां राजवीर ने एक पॉलीथिन फैक्ट्री में सात हजार प्रतिमाह पर नौकरी कर ली। प्रदीप भी उसी के कमरे पर अपनी पत्नी कीर्ती के साथ रह रहा था।
प्रदीप के ससुर की मानें तो प्रदीप किडनी बेचने का काम करता है। प्रदीप के ससुर राजवीर शाक्य ने बताया कि दिल्ली में जाने से कुछ दिन बाद उसका पुत्र रौनक जिसकी उम्र तकरीबन पांच वर्ष थी, घर के बाहर खेलते हुए अचानक गायब हो गया था। काफी ढूंढने के बाद भी बच्चा नहीं मिला तो तीसरे दिन प्रदीप का फोन अपने ससुर राजवीर के मोबाइल पर आया जहां उसने धमकी देते हुए पांच हजार रुपयों की मांग की। जिस पर राजवीर ने हामी भी भर दी। लेकिन राजवीर को क्या पता था कि जिसके नाम का सिंदूर उसकी पुत्री अपनी मांग में सजाये है वही उसकी कलाई सूनी करने पर उतारू हो जायेगा। आखिर प्रदीप ने वह कर दिया जिसका किसी को यकीन नहीं था। प्रदीप ने अपने बिहार निवासी साथी विकास के साथ मिलकर मासूम रौनक की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के दौरान आरोपी प्रदीप ने पांच साल के मासूम साले रौनक की दोनो आंखें निकाल ली थीं। पेट भी पूरी तरह से फाड़ दिया था और दोनो टांगें भी काट दी थीं। रौनक का शव दिल्ली के मछली मार्केट के पास एक नाले में पड़ा मिला था। राजवीर ने आरोप लगाया कि प्रदीप ने उसके पुत्र की किडनी निकालकर बेच दी थीं। मामले की सूचना दिल्ली के थाना समरपुर बादली में दी तो पुलिस ने आरोपी प्रदीप व विकास के खिलाफ अपहरण कर हत्या करने का मामला दर्ज कर लिया। जिसके बाद विकास को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और प्रदीप अभी तक मुकदमें में कानूनी दाव पेंच खेल रहा है।
इधर रमन की हत्या कर शव नाले में फेंकने के बाद उसकी भी उम्र व मारने का तरीका ठीक रौनक के जैसा ही है। जिसको लेकर रमन की किडनी बेचने के चक्कर में हत्या का मामला सामने आ रहा है। डाग स्क्वैड के कुत्ते के द्वारा प्रदीप गौर के घर पर घुसने के बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया है। फिलहाल पुलिस ने किशनपाल गौड व प्रदीप को हिरासत में ले लिया। छानवीन के दौरान किशनपाल गौड के घर से एक देशी तमंचा भी बरामद कर लिया।
मेजर एस डी कालेज में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी है प्रदीप
दिल्ली से अपने साले की हत्या के मामले में फंसने के बाद प्रदीप अपने गांव वापस आ गया। जहां उसने दिखावे को लेकर अपने घर पर एक मंदिर बनवा रखा है। फिलहाल वह मेजर एस डी सिंह मेडिकल कालेज में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के पद पर चिकित्सकों को पानी पिलाने का काम कर रहा है।
इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपी प्रदीप व उसके पिता किशनपाल से गंभीरता से पूछताछ की जा रही है। किडनी बेचने के मामले को भी प्रमुखता से पूछा जा रहा है।
पिता-पुत्र व हरनाथ सिंह ‘बाबा’ के विरुद्ध मुकदमा
मऊदरवाजा थानाध्यक्ष हरपाल सिंह यादव ने बताया कि ग्राम गढि़या ढिलावल निवासी रमन पाल की गुमशुदगी पहले से दर्ज थी। इसकी जांच की जा रही थी। रमन का शव मिलने पर गुमशुदगी को हत्या की धारा 302 व 201 आईपीसी में तरमीम कर दिया गया है। रमन के पिता रामप्रकाश पाल की तहरीर पर गांव सींगनपुर निवासी किशनपाल सिंह गौर, उनके पुत्र प्रदीप गौर एवं हरनाथ सिंह ‘ बाबा’ को नामजद कर दिया गया है। हरनाथ सिंह की तलाश की जा रही है। वह गांव रुनी चुरसई थाना जहानगंज का निवासी बताया जा रहा है। हरनाथ के वन विभाग में चौकीदार होने की भी जानकारी मिली है। उसकी तलाश की जा रही है। किशनपाल सिंह व प्रदीप से पूछतांछ की जायेगी। थानाध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने रात में ही पोस्टमार्टम कराने के लिए रिपोर्ट जिलाधिकारी के पास भेजी है।