फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी के कड़े निर्देश के बावजूद पोलियो दिवस पर अधिकतर पोलियो बूथों पर न ता खाना बनाकर बच्चों को खिलाया गया और न ही आंगनबाड़ी केन्द्रों द्वारा पंजीरी इत्यादि का वितरण किया गया। वहीं बच्चों को लुभाने के लिए बांटी जाने वाली सीटी, गुब्बारे, टाफी इत्यादि भी अधिकतर बूथों पर आम बच्चों को नहीं बांटी गयी। जिससे शासन की राष्ट्रीय योजना पर अधिकारियों की लापरवाही से पानी फिरता नजर आ रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राकेश कुमार ने मात्र लोहिया अस्पताल में ही कुछ बच्चों को दवा पिलाकर ही पोलियो अभियान की इतिश्री कर दी। विकास खंड कमालगंज के ग्राम पत्योंजा के ग्रामीणों ने विकास कार्यों की अनदेखी के विरोध में पल्स पोलियो अभियान का बहिष्कार कर दिया।
जहां शासन प्रशासन पोलियो मिटाने के एडी चोटी का जोर लगाये हुए है, वहीं स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते पोलियो अभियान की जमकर धज्जियां उड़ायीं जा रहीं हैं। जनपद के कई पोलियो बूथों पर अध्यापिकाओं के साथ-साथ जिम्मेदार अधिकारी भी जांच करने नहीं पहुंचे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये थे कि जनपद के सभी विद्यालयों में रविवार को पोलियो दिवस के दिन पोलियो बूथों पर हाट कुक के साथ ही पंजीरी इत्यादि बांटने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन अधिकांश विद्यालयों में पोलियो दिवस पर पका हुआ खाना तो दूर की बात लेकिन आंगनबाड़ी केन्द्रों द्वारा पंजीरी इत्यादि तक का वितरण नहीं किया गया।
विकासखण्ड बढ़पुर क्षेत्र के ग्राम जसमई में पोलियो दिवस पर अध्यापिका निहारिका अग्रवाल व शिक्षामित्र संध्या दुबे देखने तक नहीं आयीं और न ही कार्यालय खुला। मात्र आगनबाड़ी कार्यकत्री शोभा बाथम व ज्ञानवती, आशा कार्यकत्री सरोज ने पोलियो की दवा पिलायी। कुइयांबूंट में पोलियो बूथ राशन कोटेदार के घर पर बनाया गया। जहां पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री मीना देवी व ऊषा ने मात्र 13 बच्चों को दवाई पिलाकर खानापूरी की। बच्चों को खाना या पंजीरी इत्यादि का वितरण नहीं किया गया।
विकासखण्ड मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव राजारामपुर मेई में भी पोलियो दिवस पर बच्चे पंजीरी व खाना से महरूम रहे। विकास खंड कमालगंज के ग्राम पत्योंजा के मजरा घाटमपुर के ग्रामीणों ने गांव में विकास कार्यों की अनदेखी व ग्राम प्रधान के सौतेले व्यवहार के विरोध में रविवार को पल्सपोलियो अभियान का बहिष्कार कर दिया। पोलियो बूथ पर मौजूद कर्मचारियों ने ग्रामीणों को समझाने का बहुत प्रयास किया परंतु ग्रामीण राजी नहीं हुए। वहां पर मौजूद सुपरवाइजर उमेश कुमार ने बताया कि इसकी सूचना पीएचसी कमालगंज व डव्लूएचओ की टीम को दे दी गयी है।