निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मियों ने किया उपभोक्ताओं से समर्थन का आह्वान

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फर्रुखाबाद: बिजली कर्मचारी संघ के जानल कनवेंशन में सम्मिलित होने आये प्रदेश स्तरीय नेताओं ने विद्युत विभगा में निजीकरण व आउट-सोर्सिंग की प्रक्रिया को तत्काल बंद करने की मांग करते हुए आंदोलन की घोषणा कर दी। इस अवसर पर 26 सितम्बर को जनपद मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन, 10 अक्टूबर को महानिदेशक कार्यालयों पर व 13 दिसंबर को शक्ति-भवन लखनऊ पर प्रदर्शन करने के बाद हड़ताल पर जाने की बात कही गयी।हाल में आगरा में टोरेंट कंपनी द्वारा सरकार व जनता से करोड़ों रुपये की लूट का खुलासा करते हुए वक्ताओं ने आम उपभोक्ता से उनके आंदोलन से जुड़कर जनता के पैसे की इस खुली लूट का खात्मा करने का आह्वान किया। 

       26 सितम्बर को जनपद मुख्यालयों पर धरना

उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ से सम्बद्ध अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस एवं अखिल भारतीय विद्युत कामगार महासंघ की बैठक में आये प्रदेश महामंत्री सदरुद्दीन राना ने बताया कि समस्यायें बहुत हैं लेकिन उनका निराकरण नहीं हो पा रहा है। संविदा कर्मचारियों को कार्पोरेन/निगम द्वारा सीधे 10 हजार रुपये महीना वेतन का भुगतान करना, अभियंताओं की भांति चतुर्थ एवं तृतीय श्रेणी कर्मचारियों की भी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय समयबद्ध वेतनमान के आदेश तथा तृतीय समयबद्ध वेतनमान अभियंताओं की भांति 1996 से फिक्शेशन का लाभ दिलाना आदि समस्याओं को लेकर संगठन ने आंदोलन का निर्णय लिया।

सभा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि निजी स्वार्थो को पूरा करने के लिये नेता व अधिकारी मिलकर  विद्युत विभाग की संपत्तियों को निजी कंपनियों को औने पौन दामों पर बेच रहे हैं। यह कंपनियां इसके अलावा उपभोक्ताओं को भी तरह तरह से लूट रहीं है। उन्होंने बताया कि जब विद्युत परिषद को तोड़कर निगम बनाया गया था तब भी हमने विरोध किया था। यह सब विश्वबैंक के दबाव में किया गया जिससे इन छोटे-छोटे निगमों को खरीदने में कंपनियों को आसानी हो। वक्ताओं ने मंच से उपभोक्ताओं का आह्वान किया कि वह भी उनके आंदोलन में सहयोग करें तो देश की संपत्ति व भोले भाले उपभोक्ताओं की इस लूट की लड़ाई में जीत निश्चित है।

बैठक में कहा गया कि आंदोलन के प्रथम चरण में प्रत्येक जिले एवं परियोजनाओं पर 26 सितम्बर को विशाल धरना दिया जायेगा। धरना जिले के सबसे बड़े अभियंता के कार्यालय के सामने होगा तथा 10 अक्टूबर को पांचों एमडी कार्यालयों पर विशाल प्रदर्शन किया जायेगा।

अधिवेशन में विभागीय प्रतिनिध के तौर पर भाग लेने आये क्षेत्रीय मुख्य अभियंता एपी सिंह ने संविदा कर्मियों की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने का आश्वासन दिया।