फर्रुखाबाद: पिछले दो सप्ताह से लोहिया अस्पताल में रीड़ की हड्डी टूटने की बजह से मायूस हो चुके राजेपुर निवासी विजय की खबर जेएनआई में प्रकाशित होने के बाद बुधवार को कुछ राजनीतिक लोगों ने आगे आकर उसकी आर्थिक मदद कर दी थी परंतु स्वास्थ्य विभगाग को फिर भी लाज नहीं आयी थी।डीएम की फटकार के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आ गया। इसके चलते गुरुवार को मुख्य चिकित्साधिकारी ने दोपहर बाद हेल्पर को लोहिया अस्पताल के हड्डी बार्ड में फर्ती कराया।
राजेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम उजरामऊ के महिपाल सिंह के परिवार में उसकी पत्नी सोनीए पुत्र विजय कुमार व एक पुत्री थी। महिपाल जाटव खेती का काम करते हैं और परिवार का भरण पोषण उसी से होता है। विजय कुमार जाटव बड़ा होने पर ट्रक चलाने की शिक्षा लेने के लिए एक ट्रक चालक के साथ बतौर सहगिर्द प्रैक्टिस करने लगा। लड़के को सही सलामत नौकरी लग जाने पर विजय बहादुर फूला नही समा रहा था। लेकिन उसे यह पता नहीं था कि उसकी किस्मत में कुछ और ही होने वाला है। विजय एक दिन लखीमपुर की तरफ से वापस आ रहा था तभी उसकी मार्ग दुर्घटना में रीड़ की हड्डी टूट गयी थी जिसको लेकर उसका सारा पैसा मकानए खेती इत्यादि बिक जाने के बाद असहाय होकर वह लोहिया गेट पर मौत के इंतजार में अपने छोटे बहन भाइयों के साथ मौत का इंतजार कर रहा था।
जिस पर जेएनआई ने खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित करके असहाय हेल्पर विजय की पीड़ा को जनता के सामने रखा था। जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी राकेश कुमार ने लोहिया अस्पताल पहुंचकर पीड़ित विजय कुमार जाटव के पास पहुंचकर उसके हालचाल लिए तथा हर संभव मदद का आश्वासन देकर उसे लोहिया अस्पताल के हड्डी बार्ड में भर्ती करा दिया।