फर्रुखाबाद: शहर में कई दिनों से चोक नाले की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। जहां पर मौजूद नगर पालिका अधिशासी अधिकारी को जिलाधिकारी ने जमकर हड़काया। उन्होंने कहा कि यदि नियमित नाले की सफाई करायी जाती तो आज यह स्थिति नहीं बनती। डीएम ने ईओ को निर्देश दिये कि नाले की मूल पत्रावली निकलवायी जाये यदि पत्रावली गायब पाई जाये तो सम्बंधित लिपिक के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये। उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार को अतिक्रमण कर बनाये गये भवनों को तत्काल ध्वस्त करवाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी ने शहर के मोहल्ला कछियाना से अंगूरीबाग तक बने पुराने नाले के चोक होने से हो रही शहर वासियों को परेशानी की सूचना पर मौके पर जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वहां मौजूद नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी से उन्होंने कहा कि यदि वह पहले से ही नियमित नाले की सफाई कराते रहते तो आज नाले की इतनी भयावह स्थिति नहीं होती। जिस पर ईओ ने कहा कि इस क्षेत्र में 15-20 सफाई कर्मचारी लगाये गये थे। जबकि अन्य नालों पर इतने कर्मचारी नहीं लगे हैं। जिस पर डीएम ने सफाईकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने ईओ को निर्देश दिये कि नाले की मूल पत्रावली निकलवाकर यथा स्थिति देखी जाये। यदि मूल पत्रावली गायब बताई जाये तो सम्बंधित लिपिक के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये।
उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार को निर्देश देते हुए कहा कि नाले पर जिसका भी अतिक्रमण बना है उसे तुरंत हटा दिया जाये। डा0 सुरेन्द्र कटियार के नाले के ऊपर बने क्लीनिक को तत्काल ध्वस्त कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यदि भवन मालिक स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाते हैं तो सरकारी खर्च पर अतिक्रमण हटाकर खर्च की वसूली भवन स्वामी से कर ली जाये। जिलाधिकारी ने नगर पालिका ईओ को निर्देश दिये कि इस नाले की सफाई के साथ-साथ अन्य स्थानों पर बने नालों की भी सफाई तत्काल करा दी जाये। जिससे नागरिकों को कोई दिक्कत न हो।
निरीक्षण के दौरान नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार, क्षेत्राधिकारी सदर विनोद कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।