शमसाबाद (फर्रुखाबाद): कस्बा क्षेत्र में मंगलवार को रातों रात लगे विद्युत पोलों व उनपर खिंची विद्युत लाइनों को लेकर कुछ लोगों को खुशी, कुछ को आपत्ति तो शेष को आश्चर्य हो रहा है। इसके लिये पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष नदीम फारूकी का नाम लिया जा रहा है। विरोधी इसे राजनैतिक लाभ के लिये सत्ता के दुरूपयोग का नाम दे रहे हैं, तो दूसरी ओर स्वयं फारूकी अपने कार्यमुक्त होने के तकनीकी बिंदु के उल्लेख के साथ ही साथ यह जोड़ना भी नहीं भूलते हैं कि यदि उनके कहने भर से किसी को लाभ हो जाता है तो इसमें बुराई ही क्या है। बहरहाल मंगलवार को इस संबंध में अधिशासी अभियंता व एसडीओ हाइडिल ने मौक् पर जाकर जांच की है।
विगत रात्रि नगर पंचायत क्षेत्र शमसाबाद में कुछ क्षेत्रों में अचानक विद्युत खंभे खड़े कर उन पर विद्युत लाइन डालदी गयी, इसमें बाकायदा विद्युल आपूर्ति भी प्रारंभ कर दी गयी। हड़बड़ी में डाली गयी विद्युत लाइन में कनेक्शन के दौरान कुछ गड़बड़ी हो जाने के कारण कुछ घरों में हाई वोल्टेज के कारण वायरिंग भी फुंक गयी। निकाय चुनाव सर पर हों तो जाहिर है इस पर राजनीति तो शुरू होनी ही थी। एसे में कुछ लोगों द्वारा प्रकरण की शिकायत विद्युत विभाग से की गयी। शिकायत पर अधिशासी अभियंता विद्युत व एसडीओ ने मौके पर जा कर जांच की। इस संबंध में विद्युत अधिकारियों ने नगर पंचायत के अधिशासी अभियंता से भी फोन पर वार्ता की। अधिशासी अभियंता ने बाहर होने की बात कह कर बुधवार को पत्रावली देख कर मामला स्पष्ट करने का आश्वास दिया है।
अवर अभिंयंता सर्वेश कनौजिया ने बताया कि विद्युत विभाग की जानकारी के बिना सार्वजनिक स्थान पर विद्युतीकरण करना कानूनन अपराध है। इस विषय में अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत से वार्ता के बाद कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि अधिशासी अधिकारी ने बताया है कि पूर्व में विद्युतीकरण का कुछ कार्य कराया गया था। जिसमें कुछ कार्य बाकी रह गया था। संभवता वही शेष कार्य ठेकेदार ने कराया होगा। फिर भी पुरानी पत्रावली देखकर किये गये कार्य का एस्टीमेंट से मिलान करा लिया जायेगा।
पूर्व चेयरमैन नगर पंचायत नदीम फारूकी ने बताया कि उनका तकनीकी रूप से विद्युतीकरण से कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि उनका कर्यकाल समाप्त हो चुका है, व वोह चा्र्ज छोड़ चुके हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि कार्य में उन्होंने आवश्यकता वाले भाग के विद्युतीकरण की सिफारिश की थी। जनहित में उनकी सिफारिश का सम्मान किया गया। इसके लिये वह संबंधित अधिकारी धन्यवाद के पात्र हैं।