फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला अण्डियाना निवासी स्व0 श्रीराम बाथम की 15 वर्षीय पुत्री परिवर्तित नाम पूजा पड़ोस में चल रही भागवत के ढुलकिये के साथ रफूचक्कर हो गयी। परिजनों ने पड़ोस की ही एक महिला पर लड़की भगाने में सहयोग करने का आरोप लगाया है।
पूजा की मां सावित्रीदेवी ने बताया कि पिछले माह 30 मार्च को पड़ोस की ही अनीता पत्नी रामआसरे के घर पर भागवत का कार्यक्रम था। जिसमें ढोलक बजाने का काम अखिलेश पुत्र अमर सिंह फौजी आया था। जहां अखिलेश ने पूजा को अपने जाल में फंसा लिया। इसके बाद भागवत का कार्यक्रम तो खत्म हो गया लेकिन इन लोगों का आना जाना बना रहा। संजय शस्त्री व एक अन्य व्यक्ति भागवत खत्म होने के बाद भी हमारे मोहल्ले में आते जाते रहे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूजा व अखिलेश ने भागवत के दौरान ही भागने का प्रोग्राम बना लिया था। 24 अप्रैल को अखिलेश अनीता को लेकर रफूचक्कर हो गया। अनीता की मां का रो-रो कर बुरा हाल है। अनीता की मां सावित्री ने बताया कि पति की मौत काफी दिन पहले हो चुकी है। उसके तीन बेटे हैं। मैं बारात में पूड़ी बेलने का काम करती हूं। मैने इस बात की शिकायत जब पुलिस से की तो पुलिस अनीता के पति रामआसरे जो बर्फ बेचने का काम करता है को हिरासत में ले लिया और कुछ समय बाद उसको छोड़ दिया।
सावित्री ने अनीता पर बदचलनी का भी आरोप लगाया है और उसका कहना है कि उसके घर पर प्रति दिन नये-नये लोग आते रहते हैं। अनीता ने ही साठगांठ करके मेरी पुत्री को भगाने में अखिलेश की मदद की है। सावित्री देवी ने आरोप लगाया की घटना की रिपोर्ट कोतवाली पुलिस ने नहीं लिखी। थक हार कर कीशोरी की मां सावित्री देवी ने पुलिस अधीक्षक से अभियुक्त अखिलेश व उसकी मदद करने वाले संजय शास्त्री, राघवेन्द्र, मनीराम व धर्मेंन्द्र यादव के विरुद्व रिपोर्ट लिखवाये जाने की गुहार लगायी है।