फर्रुखाबाद: विकास खंड कायमगंज में कर्मचारियों व ग्राम प्रधान के अधिवक्ता पुत्र के बीच हुए विवाद व मारपीट के मामले में मुख्य विकास अधिकारी ने प्रधान पुत्र के विरुद्ध डीएम को रिपोर्ट भेज दी है। सूत्रों की मानें तो ग्राम प्रधान के विरुद्ध खाता सीज करने जैसी कार्रवाई पर भी विचार कया जा रहा है।
विदित है कि ब्लाक कायमगंज के ग्राम सिवरई बरियार में मनरेगा योजना से चकरोड डाला गया था। महिला प्रधान लज्जावती शाक्य के पुत्र अनोखेलाल एडवोकेट 28 फरवरी को ब्लाक में मनरेगा के भुगतान के लिये गये थे। कमीशन मांगने पर पंचायत सेक्रेट्री से विवाद हो गया था। विवाद में पंचायत कर्मियों ने अनोखेलाल की जमकर पिटाई कर दी थी। घटना के बाद सायंकाल अनोखेलाल अपने अधिवक्ता साथियों के साथ ब्लाक परिसर में पहुंचे। उनके साथ कई प्रधान भी पहुंच गये। जहां पर मौजूद सिवरई बरियार के सेक्रेटरी विवेक कुमार से कहासुनी होने लगी। कहासुनी के बाद जमकर मारपीट हुई। तब तक उसके बचाव में पंचायत सेक्रेटरी ह्रदेश पाण्डेय बीच बचाव करने आये तो उन्हें भी मारने पीटने लगे। घटना के बाद दोनों ओर से कोतवाली कायमगंज में क्रास एफआईआर दर्ज कराई गयी। एफआईआर के बाद पुलिस ने अनोखेलाल का चालान कर दिया। बाद में कोर्ट से अनोखेलाल को जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद से ही वकील व ग्राम पंचायत अधिकारी हड़ताल पर चल रहे हैं। मामला लंबा खिंचत देख डीएम ने सीडीओ को प्रकरण की जांच सौंप दी थी।
शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी सीके पाण्डेय ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। रिपोर्ट में ब्लाक कार्यालय में घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट के लिये अनोखे लाल को दोशी ठहराया गया है। रिपोर्ट में अनोखेलाल द्वारा अपनी मां के नाम पर बतौर ग्राम प्रधान कार्य करने व इससे पूर्व में भी एक वरिष्ठ ग्राम विकास अधिकारी दरोगा सिंह से भी अभद्रता करने के मामले का उल्लेख किया गया है।
विकास विभाग के सूत्रों की मानें तोअनोखेलाल की मां व ग्राम प्रधान शिवरई वरियार के अधिकार सीज कियो जाने पर भी विचार किया जा रहा है। उधर शिवरई बरियार में अनोखेलाल के नाम पर जारी दो मनरेगा जाब कार्डों का मामला भी गर्मा रहा है।